मायावती ने फिर सदर राज के नफ़ाज़ का राग अलापा

नई दिल्ली, 26 अप्रैल: बी एस पी सरबराह मायावती ने एकबार फिर अपने इसी मुतालिबे को दोहराते हुए उत्तर प्रदेश में सदर राज के नफ़ाज़ का राग अलापा। अब की बार उन्होंने अखिलेश यादव हुकूमत के कुछ वुज़रा की जानिब से दिए गए मुतनाज़ा बयानात को बुनियाद बनाकर अपना देरीना मुतालिबा दोहराया। उन्होंने कहा कि अब और सुबूतों की क्या ज़रूरत है। गवर्नर के नाम हमारे मकतूब के बाद इस नौइयत के वाक़ियात( वुज़रा के मुतनाज़ा बयानात) रौनुमा होरहे हैं जिस से हमारे ( बी एस पी ) मुस्तहकम मौक़िफ़ की निशानदेही होती है।

अब गवर्नर को इस मामले में मज़ीद ताख़ीर ना करते हुए रियासत में सदर राज के नफ़ाज़ को यक़ीनी बनाना चाहिए क्योंकि इस में जितनी देर होगी तनाज़आत इतने ही ज़्यादा बढ़ जाएंगे। पार्लियामेंट के बाहर मीडिया नुमाइंदों से गुफ़्तगु करते हुए मायावती ने ये बात कही। यहां इस बात का तज़किरा एक बार फिर ज़रूरी है कि मायावती ने गुज़िश्ता हफ़्ते गवर्नर बी एल जोशी से मुलाक़ात करते हुए रियासत में आईनी बोहरान और नाक़िस ला एंड आर्डर की दहाई दैत्य वए सदर राज के नफ़ाज़ की दरख़ास की थी।

यहां इस बात का तज़किरा दिलचस्पी से ख़ाली ना होगा कि यू पी के टेक्सटाइल वज़ीर शिव कुमार बैरिया ने कल एक मुतनाज़ा बयान दे कर सब को हैरतज़दा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि कोई भी पुलिस अहलकार उन के (वज़ीर) हुक्म‌ के बगै़र कोई कार्रवाई नहीं कर सकता। दूसरी तरफ़ वज़ीर बराए समाजी बहबूद राम मूर्ती वर्मा ने कहा था कि रियासत में जराइम के इर्तिकाब को कोई ताक़त नहीं रोक सकती और ये बदस्तूर होते रहेंगे।