गुज़श्ता 45 बरस के दौरान सब से मायूसकुन दौरा-ए-आस्ट्रेलिया के बाद हिंदूस्तानी टीम की वतन वापसी के सफ़र का आग़ाज़ हो गया। जैसा कि कुछ खिलाड़ी हफ़्ता के दिन ही वतन वापसी के सफ़र का आग़ाज़ कर दिया है जबकि कुछ खिलाड़ी एतवार को अपनी मंज़िल की सिम्त चल पड़ेंगे ।
मुंबई और जुनूबी हिंदूस्तान से ताल्लुक़ रखने वाले खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर ,ज़हीर ख़ान ,रोहित शर्मा ,ऊमेश यादव , विनय कुमार ,रवी चंद्रन अश्विन और टीम का तमाम मुआविन अमला सुबह सिंगापुर के लिए परवाज़ कर चुका है जहां से वो मुंबई और चेन्नई तक पहुंचने वाले तय्यारा पर सवार होंगे।
कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ,वीराट कोहली, वीरेंद्र सहवाग,गौतम गम्भीर ,सुरेश रैना ,प्रवीण कुमार और राहुल शर्मा दोपहर ब्रिस्बेन से सिंगापुर के लिए रवाना हुए जहां से वो दिल्ली के तय्यारे में सवार हो जाएंगे। गुजरात से ताल्लुक़ रखने वाले इर्फ़ान पठान और पारथीव पटेल एतवार को घर के लिए रवाना होंगे।
गुज़श्ता रात आस्ट्रेलिया और श्रीलंका के दौरान मुनाक़िदा मुक़ाबले का मुशाहिदा सिर्फ़ चंद हिंदूस्तानी खिलाड़ियों ने टी वी स्क्रीन पर किया जबकि कुछ लोग दीगर मसरुफ़ियात में रहे । मुक़ाबला के नतीजा के बाद जहां श्रीलंका ने सनसनीखेज़ मैच में आस्ट्रेलिया को 9 रनो से शिकस्त देते हुए सी बी सिरीज़ के बेस्ट आफ़ थ्री फाइनल्स में रसाई हासिल कर ली थी जिस की वजह से हिंदूस्तान का टूर्नामेंट में इख़राज अमल में आया और इस नतीजा के बाद सिर्फ़ चंद खिलाड़ी ही रात का खाना एक साथ खाया।
हिंदूस्तानी टीम को दौरा-ए-आस्ट्रेलिया पर इबतदा-ए-में खेले गए चार टेस्ट मुक़ाबलों में 0-4 की शिकस्त बर्दाश्त करनी पड़ी थी।आख़िरी मर्तबा हिंदूस्तान को आस्ट्रेलिया में 0-4 शिकस्त का सामना 1967-68 में हुआ था जिसके बाद 1947-48 और 1991-92 मैं पाँच मुक़ाबलों पर मुश्तमिल सिरीज़ में हिंदूस्तान को 0-4 की शिकस्त बर्दाश्त करनी पड़ी थी।वाज़िह रहे कि दौरा आस्ट्रेलिया पर टेस्ट सिरीज़ में वाईट वाश और वंडे सिरीज़ के फाईनल तक रसाई ना करने के मायूसकुन मुज़ाहिरे के इलावा इस तवील तरीन दौरा के दौरान हिंदूस्तानी टीम शदीद तन्क़ीदों के साथ आपसी इख़तेलाफ़ात की ख़बरों का भी टीम को सामना रहा जैसा कि टेस्ट सिरीज़ में शिकस्त के बाद महेन्द्र सिंह धोनी और सीनीयर बैटस्मैनों पर शदीद तन्क़ीद की गई ।
दरीं असना महेन्द्र सिंह धोनी और वीरेंद्र सहवाग के दरमयान इख़तेलाफ़ात की ख़बरें भी उरूज पर रहीं।हिंदूस्तान मास्टर ब्लास्टर सचिन को भी नाक़िस मुज़ाहिरों के बाद वंडे से सबकदोश हो जाने का मश्वरा चारों गोशों से दिया जाने लगा ।