मालदा : स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने अपने पतन की कहानी खुद ही लिखी है। जुमा को मग़रिबी बंगाल के मालदा में इंतिख़ाबी रैली को खिताब करते हुए उन्होंने वाम दल व कांग्रेस के गठबंधन पर भी निशाना साधा।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा, ‘आज बंगाल में पंजा (कांग्रेस का इंतिख़ाबी सिंबल ) लाल सलाम कर रहा है और रैलियों में लाल झंडे उठा रहा है। उनका सिर्फ एक एजेंडा है, किसी भी तरह रियासत की हुकूमत हथियाना।’
इंग्लिश बाजार से भाजपा उम्मीदवार सुमन बनर्जी के हिमायत में रैली में स्मृति ने कहा कि लोगों को यह सोचना चाहिए कि ‘मां-माटी-मानुष’ की सरकार ने उन्हें क्या दिया है। उन्होंने सवाल किए, ‘बंगाल में क्या बदला है? क्या आप यही बदलाव चाहते थे?’
स्मृति ने आगे कहा कि रियासत में बेरोजगारों के लिए कोई काम नहीं हुआ। किसानों को उनके खेत सींचने के लिए पानी नहीं मिलता। मां-माटी-मानुष की इस सरकार ने अपना पतन खुद लिखा है। उन्होंने रियासत की कानून निज़ाम की तन्क़ीद करते हुए दावा किया कि रियासत में महिलाओं का इस्तेहाल होता है और वे इज़्ज़त की ज़िन्दगी नहीं जी सकतीं। बच्चियां तक महफूज़ नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘बंगाल अपनी कल्चर और धरोहर के लिए जाना जाता है। लेकिन जब मैं आज यहां पहुंची तो मुझे सिर्फ इस बारे में बताया गया कि कल रात से कितने बम मिले हैं। मैं हैरान थी। उस वाक़िया को भी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं, जब मालदा में ही एक थाने को आग लगा दी गई थी। यह जिला जाली नोट और अफीम की खेती के लिए भी बदनाम है।’