शहर हैदराबाद अब इतना वसीअ-ओ-अरीज़ और हैदराबादियों की ज़िंदगी इतनी मसरूफ़ तरीन होचुकी है कि उसे सफ़र का वक़्त बचाने गाड़ियां ज़िंदगी की एक ज़रूरत बन चुकी हैं। शहरियों की इस अहम ज़रूरत की तकमील के लिए परीसटीज मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर रज़ा आब्दी ने 2001-ए-में यवनीकारन मोटर्स के नाम से शोरूम क़ायम किया। 2007ए- में इस का नाम तबदील करके परीसटीज मोटर्स कर दिया गया।
शोरूम पर हीरो की तमाम गाड़ियां दस्तयाब हैं जिन में डॉन, सी डी डीलक्स, सोपर असपलीनडर , असपलीनडर इन ऐक्स जी, इस्प्लिनडर पुलिस , असपलीनड प्रो , पैशन प्रो , ग्लैमर, हंक, सी बी जैड ऐक्स , कर ज़िम्मा, कर ज़िम्मा एफ़ आई , जैड ऐम आड़ , पलीझ़र , मसीटरो, इम्पल्स के तमाम ज़ेली मॉडल्स भी शामिल हैं। सर्विसिंग पर ज़्यादा तवज्जा दी जाती है। माहाना 4 हज़ार गाड़ीयों की सरवेसिंग की जाती है।
हिंदूस्तान में पहली बार मिड नाईट वर्कशॉप का आग़ाज़ किया गया ही। शोरूम पर सेल्स और सरवेस के इलावा उसपेर पार्ट्स भी दस्तयाब हैं। पोलीवशन चैक का भी इंतिज़ाम है जिस की ये शोरूम सरटीफ़ाईड एजैंसी है। सब से पहले लाईफ़ वारंटी का आग़ाज़ परीसटीज मोटर्स ने ही किया है। ये रास्त मालिकों के ज़ेर-ए-इंतज़ाम शोरूम है। ब्रोकर्स की बुकिंग नहीं ली जाती। यही वजह है कि बुकिंग करवाने वाले गाहक को गाड़ी के हुसूल के लिए ज़्यादा इंतिज़ार नहीं करना पड़ता।
चुनांचे गाहक बेहद मुतमइन हैं। ये मोटेल चार्जर शुरू करने वाला पहला और लाईट वारंटी का आग़ाज़ करने वाला जुनूबी हिंद का पहला शोरूम है । माहाना 840 और सालाना दस हज़ार गाडियों की फ़रोख़त का एक रिकार्ड क़ायम किया गया । गुज़शता दस साल से किसी और शोरूम में इतनी शरह तरक़्क़ी रिकार्ड नहीं की गई ।
इस साल 12 हज़ार गाड़ीयों की फ़रोख़त का निशाना मुक़र्रर किया गया है । 28 हज़ार मुरब्बा फ़ीट पर क़ायम सेन्टरलाइज़ड ए सी रूम ख़रीदारी का पुरसुकून माहौल फ़राहम करता है ।परीसटीज मोटर की एक शाख़ शाह अली बंडा , रूबरू शाह ग़ौस होटल भी क़ायम ही। शोरूम का फ़ोन नंबर 24463298,24380052 है।