जोहांसबर्ग 30 जनवरी पाकिस्तानी लंबेक़द फ़ास्ट बोलर मुहम्मद इर्फ़ान ने कहा है कि माली तंगदस्ती के सबब क्रिकेट कैरियर का शुरू देर से किया। 10 साल बाद पता चला कि लंबे क़द से कैसे बौलिंग में फ़ायदा उठाया जा सकता है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि मेरा ताल्लुक़ आम तबक़े से होने की वजह से तालीम अधूरी छोड़कर मज़दूरी करनी पड़ी।
उनकी दो बहनें और पाँच भाई हैं जबकि मुहम्मद इर्फ़ान अपने भाईयों में सब से छोटे होने के बावजूद भी क़द में सब से लंबे हैं। मुहम्मद इर्फ़ान ने कहा कि शुरू में काफ़ी मुशकिलात से गुज़रना पड़ा जिस वक़्त गांव के क्रिकेट कलब में खेलना शुरू किया उस वक़्त उन के पास टी शर्ट और स्पोर्टस जोड़ी भी नहीं थे।
इसके अलावा छोटे गांव और कस्बों में खेलने वालों को तवज्जो कम दी जाती है। ताहम पी सी बी की नज़रों में ख़ुद को मनवाने के लिए पाँच साल लगे।उन्होंने कहा कि इंगलैंड के ख़िलाफ़ करियर का आग़ाज़ किया था लेकिन वहां के मौसम ख़ुद को हम आहंग ना करने की बिना पर बेहतर खेल दिखाने से मजबूर रहा।
जबकि हिन्दूस्तान के ख़िलाफ़ पहली मर्तबा खेल कर ख़ुद यकीन में इज़ाफ़ा हुआ है। उन्होंने मज़ीद कहा कि वसीम अकरम, आक़िब जावेद और नदीम इक़बाल उन की हौसलाअफ़्ज़ाई ना करते तो आज वो किसी फ़ैक्ट्री में मज़दूरी कररहे होते। मुहम्मद इर्फ़ान ने आगे के बारे में कहा कि मेरी पूरी कोशिश है कि में टेस्ट, टी 20 और वनडे सीरीज़ में बेहतर खेल का मुज़ाहरा कर के पाकिस्तान का नाम रोशन करूं।
याद रहे दौरा हिन्द के मौक़ा पर मुहम्मद इर्फ़ान ने अपनी उछाल लेती गेंदों से ना सिर्फ़ हरीफ़ बैटस्मैनों को परेशान किया बल्कि सलक्टरस को मुतास्सिर करते हुए दौरा जुनूबी अफ़्रीक़ा केलिए टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाई।