खत्म हो रहे माली साल 2014-15 में मंसूबा मद के तकरीबन सात हजार करोड़ रुपये सरेंडर होने का अंदाज़ा है। माली साल 2014-15 में मंसूबा मद का कुल बजट 26386 करोड़ रुपये था। इनमें से फरवरी माह तक मुखतलिफ़ महकमा ने 12160 करोड़ रुपये खर्च कर लिये थे। यानी मार्च महीने में खर्च करने के लिए 14226 करोड़ रुपये बाक़ी बचे थे। इधर 30 मार्च तक तकरीबन और सात हजार करोड़ रुपये खर्च का अंदाज़ा है। इस तरह मंसूबा मद के तकरीबन सात हजार करोड़ रुपये सरेंडर हो सकते हैं।
बंपर खर्च से बच नहीं सकी हुकूमत : हर माली साल की तरह इस बार भी हुकूमत मार्च महीने में बंपर खर्च से नहीं बच सकी है। जबकि कई कमिश्नर ऐसा करने से बचने को कहते रहे हैं। हुकूमत पहले से ही खर्च न हो सके पैसे निकाल कर पीएल एकाउंट में रखती रही है। गुजिशता साल मुखतलिफ़ महकमा के 101 पीएल खाते चल रहे थे। इस बार भी रकम पीएल एकाउंट में रखी गयी है। सही रकम की जानकारी खजाने से इंखिला मुतल्लिक़ रिपोर्ट आने के बाद ही मिलेगी।