माले गावं धमाके एन आई ए तहकीकात के ख़िलाफ़ दरख़ास्त

मुंबई, 30 जून: ( पी टी आई ) 2006 मालेगावँ धमाकों के मुक़द्दमा में एन आई ए की ज़िमनी चार्जशीट के एक माह बाद एक मुल्ज़िम ने चार्जशीट के क़ानूनी जवाज़ को चैलेंज किया है और कहा कि एन आई ए की मज़ीद तहक़ीक़ात गै़रक़ानूनी हैं ।

मालेगावं धमाकों के मुल्ज़िम धान सिंह ने जिसको दीगर तीन अफ़राद के साथ एन आई ए ने गिरफ़्तार किया था महाराष्ट्रा में क़ानून मकोका की एक अदालत से रुजू होकर कहा कि ए टी एस ने चार्जशीट दायर की थी और 2007 में सी बी आई ने बाद में एक और चार्जशीट पेश की थी । एन आई ए ने मज़ीद तहक़ीक़ात के बहाने जो कुछ किया है वो क़ानूनी एतबार से ग़लत है चुनांचे एन आई ए की तहक़ीक़ात को गै़रक़ानूनी क़रार दिया जाये । तवक़्क़ो है कि एन आई ए 22 जुलाई को अपना जवाब दाख़िल करेगी ।

धान सिंह ने कहा कि धमाके के दो मुल्ज़िमीन मुहम्मद अली आलम शेख़ और आसिफ़ ख़ान बशीर ख़ान के मुक़द्दमा के इख़राज की दरख़ास्त पर अपना मौक़िफ़ पेश करने की इजाज़त दी जाये । एक और मुल्ज़िम मनोहर सिंह ने दरख़ास्त में कहा कि इस मुक़द्दमा की तहक़ीक़ात एन आई ए को मुंतक़िल करने ख़ातिरख़वाह वजूहात नहीं थीं । महिज़ सियासी जमातों के उकसाने पर सियासी फ़वाइद के लिए एन आई ए को इसका मुक़द्दमा मुंतक़िल किया गया है जो दरअसल तहक़ीक़ात की सिम्त से इन्हिराफ़ की एक दानिस्ता कोशिश है ।