उड़ीसा में अग़वा के दो अहम वाक़्यात के बाद बैरूनी ममालिक के शहरीयों और सय्याहों के दाख़िला पर मुकम्मल इम्तिना आइद कर दिया गया। कोरापुट माविस्टों से मुतास्सिरा इलाक़ा है और हुक्काम अग़वा के वाक़्यात का इआदा नहीं चाहते। याद रहे कि दो इटालवी शहरीयों और एक एम एल ए का हाल ही में अग़वा किया जा चुका है जिनकी रिहाई का मुआमला हनूज़ खटाई में पड़ा हुआ है।
सरकारी ज़राए के मुताबिक़ डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने तमाम टूर आपरेटर्स को मकतूब रवाना करते हुए हुकूमत के फ़ैसले से वाक़िफ़ करवा दिया है कि बैरूनी ममालिक के शहरीयों-ओ-सय्याहों को ज़िला में दाख़िल होने ना दिया जाए। इस इम्तिना का मतलब बैरूनी सय्याहों से कोई दुश्मनी वाली बात नहीं है बल्कि ज़िला इंतिज़ामीया ये नहीं चाहता कि अग़वा के वाक़्यात का इआदा हो और ज़िला इंतेज़ामीया को शर्मिंदा होना पड़े।