माविस्ट अपने मुसालहत कारों के नामों का जल्द ऐलान करें

हुकूमत उड़ीसा ने आज तवक़्क़ो ज़ाहिर की कि मग़्विया बी जे डी एम एल ए जीना हक्का का की रिहाई केलिए हुकूमत से बात चीत के लिए माविस्ट अपने मुसालहत कारों के नामों का अनक़रीब ऐलान करेंगे। याद रहे कि सिर्फ एक रोज़ क़ब्ल ही हुकूमत ने माविस्टों को मुज़ाकरात के लिए मदऊ किया था ।

मग़्विया इटालवी शहरी की रिहाई के लिए वज़ीर आला नवीन पटनायक से भी मुदाख़िलत की ख़ाहिश की गई थी । हालाँकि ये बात भी अपनी जगह मुस्लिमा है कि लक्ष्मीपुर के एम एल ए हक्काका की रिहाई के लिए माविस्टों ने मुसालहत कारों के ज़रीया मुज़ाकरात से इनकार कर दिया था लेकिन वज़ीर आला ने इस की परवाह ना करते हुए उन्हें हिदायत दी थी कि वो (माविस्ट) ना सिर्फ मुज़ाकरात की मेज़ पर आएं बल्कि अपने मुसालहत कारों के नामों का भी आजलाना ऐलान करें।

दरी असना एक सीनियर ओहदेदार ने कहा कि उन्हें क़वी तवक़्क़ो है कि माविस्ट अपने मुसालहत कारों के नामों का अनक़रीब ऐलान करेंगे ताकि 37 साला हक्काका की रिहाई के लिए बात चीत का आग़ाज़ किया जा सके। हालाँकि माविस्टों ने अपने मुतालिबात की एक तवील फ़हरिस्त पेश की है लेकिन इस मुआमला की यकसूई इतनी आसान नहीं है जितनी कि माविस्ट समझ रहे हैं।

जब तक तफ्सीली तबादला ख़्याल ना हो उस वक़्त तक मुतालिबात पर ग़ौर और उन की यकसूई नामुमकिन ही नज़र आती है । माविस्ट बागियों को भी ये समझना चाहीए कि ये एक इंतिहाई हस्सास और नाज़ुक मुआमला है जिस की बेहतर तौर पर यकसूई उसी वक़्त मुम्किन है कि जब दो बदू बात चीत की जाए और अब वक़्त आ गया है कि वो बगैर मज़ीद ताख़ीर के अपने मुसालहत कारों के नामों का ऐलान करें ताकि बात चीत के अमल का आग़ाज़ हो।