अलीगढ़, 19 जुलाई: उत्तर प्रदेश में इसे खराब खिदमात का ही नमूना माना जाएगा। अलीगढ़ के पला रोड पर मेडिकल स्टोर वाले ने खुद को डॉक्टर बताकर अर्से से लोगों को बेवकूफ बना रहा था और जुमेरात के दिन सुबह उसके इंजेक्शन ने मासूम की जान ले ली।
बच्ची की मौत के बाद मेडिकल स्टोर का मालिक घर वालों को लेकर फरार हो गया। इसके बाद हुजूम् ने सासनी गेट थाने में बच्ची की लाश ले जाकर हंगामा किया। तब जाकर पुलिस हरकत में आई और मुकदमा दर्ज कर मुल्ज़िम दवा बेचने वाले की तलाश शुरू कर दी।
सासनी गेट पला साहिबाबाद के साकिन मुकेश मजदूरी कर बच्चों को पालता है। तीन बच्चों में सबसे छोटी विशाखा (4) की तीन दिन से तबियत खराब थी। उसे पला रोड के चंद्रा मेडिकल स्टोर के मालिक मुकेश चंद्रा को दिखाया गया।
इलाज के दौरान जुमेरात की सुबह बच्ची को एक इंजेक्शन लगाया गया। इसके कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ गई तो सासनी गेट चौराहे के एक नर्सिंग होम पर लाया गया। लेकिन वहां से मना कर दिया तो जिला अस्पताल और फिर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
आखिर में बच्ची को मुर्दा ऐलान कर दिया गया। इसके बाद परिजन मेडिकल स्टोर पर पहुंचे और डॉक्टर को भला-बुरा कहा तो वह भाग गया। इसके बाद घर वाले लाश को लेकर थाने पहुंच गये।
जहां हंगामे के बीच पुलिस से गुहार लगाई तो फौरन एसओ ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और वालिद मुकेश की तहरीर पर डॉ. मुकेश चंद्रा के खिलाफ धारा 304 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
पोस्टमार्टम के बाद लाश घर वालों के सुपुर्द कर दिया। इस वाकिया के बाद विशाखा की मां माया देवी का बुरा हाल है।