माहाना 3 लाख रुपये तनख़्वाह देने तेलंगाना अरकाने असेंबली का मुतालिबा

हैदराबाद 11 फ़रवरी:तेलंगाना अरकाने असेंबली अपनी तनख़्वाहों में तक़रीबन 200 फ़ीसद इज़ाफे का मुतालिबा कर रहे हैं। अरकाने असेंबली ने चीफ़ मिनिस्टर चंद्रशेखर राव‌ पर-ज़ोर दिया कि वो उनकी तनख़्वाहों में माहाना 95 हज़ार रुपये से बढ़ा कर 3 लाख रुपये कर दें। टीआरएस हुकूमत इस मुतालिबे पर ग़ौर कर रही है जबकि अरकाने असेंबली के मुतालिबे पर तन्क़ीद करते हुए अप्पोज़ीशन पार्टी कांग्रेस ने सवाल उठाया है और इस मुतालिबे को शर्मनाक क़रार देते हुए कहा कि रियासत में किसानों की बड़ी तादाद ख़ुदकुशी कर रही है एसे में हुकूमत तरग़ीबात और मुराआत देने में मसरूफ़ है।

कांग्रेस के सीनीयर एमपी वी हनुमंत राव ने कहा कि अरकाने असेंबली और अरकान कौंसिल ने अपने मुतालिबे के ज़रीये पैकेज को हासिल करने की कोशिश की है और वो चाहते हैं कि उनकी तनख़्वाहों में 200 फ़ीसद इज़ाफ़ा हो जाएगी।

119 रुकनी तेलंगाना असेंबली में टीआरएस के 76 अरकाने असेंबली हैं जबकि कांग्रेस के सिर्फ 15 अरकाने असेंबली हैं। डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने अरकाने असेंबली के इस मुतालिबे की हिमायत की और कहा कि अरकाने असेंबली की तनख़्वाहों में पिछ्ले कई बरसों से इज़ाफ़ा नहीं हुआ है। अप्पोज़ीशन पार्टीयां भी एक अरसा से तनख़्वाहों में इज़ाफे का मुतालिबा कर रही हैं।

सरकारी बयान के मुताबिक़ हुकूमत अरकाने असेंबली और अरकान कौंसिल की तनख़्वाहों में इज़ाफे के मसले का जायज़ा ले रही है। टीआरएस एमपी बी विनोद कुमार ने कहा कि अरकाने असेंबली की तरफ से उठाई जाने वाली मौजूदा तनख़्वाह नाकाफ़ी है इस तनख़्वाह से उनकी बुनियादी ज़रूरतें पूरी नहीं होतीं। एक रुकने असेंबली रोज़ाना 100 किलो मीटर से ज़ाइद फ़ासिले का सफ़र करता है और एक रुकने असेंबली की तनख़्वाह 15 हज़ार 500 रुपये है जबकि रुकने पार्लियामेंट की तनख़्वाह अख़राजात के मासिवा 45 हज़ार रुपये है। एक रुकने असेंबली रोज़ाना कई अफ़राद से मुलाक़ात करता है और शादीयों, अम्वात या इफ़्तेताही तक़ारीब में शिरकत के लिए जाना पड़ता है। हर एक रुकने असेंबली को तेलंगाना के 100 अज़ला का सफ़र करने पड़ेगा जिसके लिए डीज़ल और दुसरे अमले के अख़राजात की पा बजाई मुश्किल है।