हैदराबाद 06 जुलाई चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चंद्रशेखर राव ने रियासत में जंगलाती पैदावार में कमी और माहौलियात के अदम तवाज़ुन के लिए साबिक़ हुकूमतों को इल्ज़ाम टहराया और कहा कि सिर्फ़ और सिर्फ़ हमारी ग़लतीयों कोताहियों और ग़फ़लत-ओ-लापरवाही के नतीजे में आज हम को नाकाफ़ी बारिश की वजह से मसाइल-ओ-मुश्किलात से दो-चार होना पड़ रहा है और इल्ज़ाम आइद किया कि साबिक़ में हम पर हुक्मरानी करने वाले आंध्रई हुकमरानों ने हमें सही राह नहीं दिखाया और हम ग़लत रास्ते पर चलने की वजह से माहौलियात का तवाज़ुन ख़त्म होचुका है और बिलख़सूस हमारी वजह से ही बारिशों में कमी वाक़्ये हुई है।
और जिस तरह जंगलात और माहौलियात का तवाज़ुन पाया जाता है वहीं पर ज़बरदस्त बारिश हो रही है। और वहां के इलाके सरसब्ज़-ओ-शादाब दिखाई देते हैं और यहां रियासत तेलंगाना में नाकाफ़ी बारिश के बाइस तमाम इलाकेजात सरसब्ज़-ओ-शादाब दिखाई देने के बजाय मुकम्मिल तौर पर ख़ुशक दिखाई देते हैं।
चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने ज़िला करीमनगर के पदापल्ली के मुक़ाम पर मुनाक़िदा हरीता हारम प्रोग्राम में हिस्सा लेते हुए अपना इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए मज़कूरा बात की है और बताया कि महिज़ जंगलात में कमी के बाइस भी बारिश ख़ातिरख़वाह नहीं हो रही है यहां तक कि नाकाफ़ी बारिश के बाइस ही बंदर भी मवाज़आत और शहर में आ रहे हैं।
चीफ़ मिनिस्टर चन्द्रशेखर राव ने सरपंचों की ज़बरदस्त सताइश करते हुए कहा कि अगर सरपंच चाहें तो इस गावं की बहरसूरत तरक़्क़ी होगी।उन्होंने कहा कि हरीता हारम प्रोग्राम कोई एक मख़सूस शख़्सियत के ज़रीये कामयाब होना मुम्किन नहीं है बल्कि समाज के तमाम तबक़ात इस प्रोग्राम में बराबर के हिस्सादार बनते हैं।
उन्होंने अवाम पर ज़ोर दिया कि हरीता हारम को कामयाब बनाते हुए बारिश के होने को यक़ीन बनाईं और बंदरों की दुबारा जंगलाती इलाक़ों में वापसी भी मुम्किन होसके।