माहौलियात के मसला से निमटने में आलमी बिरादरी में दिलचस्पी का फ़ुक़दान

नई दिल्ली, ०३ फ़रवरी (पी टी आई) तरक़्क़ी याफ़ता ममालिक की जानिब से माहौलियात को अबतर करने का फ़ीसद तरक़्क़ी पज़ीर ममालिक के मुक़ाबिल 10 से 12 गुना ज़्यादा है। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने कहा कि माहौलियाती तबदीली के मसला से निमटने केलिए आलमी बिरादरी में दिलचस्पी का फ़ुक़दान पाया जाता है।

उन्होंने यहां एक तक़रीब में कहा कि ये ज़रूरी है कि आलमी ज़िम्मेदारीयों की कमी का जायज़ा लिया जाये और मसला से निमटने केलिए संजीदगी का मुज़ाहरा किया जाये। उन्होंने कहा कि माहौलियात के मसला से निमटने के लिए यकसाँ कोशिशों की ज़रूरत है। हक़ीक़त तो ये है कि तरक़्क़ी पज़ीर ममालिक के मुक़ाबिल तरक़्क़ी याफ़ता ममालिक की सनअतें 10 से 12 गुना ज़ाइद माहौलियात को आलूदा कर रहे हैं।

इस सिलसिला में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के मुक़र्ररा कनवेनशन के उसूलों का हवाला देते हुए उन्हों ने कहा कि माहौलियाती तबदीली से मरबूत मसाइल से निमटने के लिए हमें हमा रुख़ी कोशिशें करनी चाहीए।