हुकूमत माहौलियात से मुताल्लिक़ पाँच मर्कज़ी क़वानीन में तरामीम के लिए रियासती हुकूमतों और दूसरे फ़रीक़ैन की तजावीज़ पर ग़ौर कर रही है। मर्कज़ी वज़ीर माहौलियात प्रकाश जाओ डैकर ने ये बात कही।
उन्होंने फॉरेस्ट एकेडेमी दौलापल्ली का दौरा करने के बाद कहा कि माहौलियात से मुताल्लिक़ पाँच अहम मर्कज़ी क़वानीन की तैयारी 1971 से 1986 के दरमयान अमल में आई थी। जावडेकर ने कहा कि वज़ारत माहौलियात-ओ-जंगलात इन क़वानीन का जायज़ा ले रही है और इन में तरामीम के लिए रियासतों और दूसरे फ़रीक़ैन से मिलने वाली तजावीज़ पर ग़ौर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तमाम पांचों क़वानीन में तरामीम की ज़रूरत है और ये काम मरहला वार अंदाज़ में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई का मक़सद क़वानीन को माहौलियात के मुवाफ़िक़ बनाने के मेकानिज़म को मज़ीद मुस्तहकम करना है। उन्होंने कहा कि इन क़वानीन में तरामीम के वक़्त माज़ी के तजुर्बात और मौजूदा ज़रूरीयात दोनों का ख़्याल रखा जा रहा है।