माज़ूरों को भी दी इलेक्शन ड्यूटी, नाम हटवाने को लगाए चक्कर

रांची लोकसभा इलाक़े में कई ऐसे लोगों को इंतिख़ाब ड्यूटी पर लगाया गया है जो जिस्मानी तौर से काबिल नहीं है। इनमें कई माज़ूर हैं तो कई बीमार। सड़क हादसा के बाद जख्मियों को भी ड्यूटी दे दी गई है। इसका खुलासा एलेक्शन कमीशन शाख की तरफ से भेजे जा रहे ट्रेनिंग लेटर से हो रहा है। लेटर मिलने के बाद ऐसे लोगों की कतार डीसी दफ्तर के बाहर दिन भर लगी रही। एलेक्शन ड्यूटी से नाम हटवाने के लिए लोग कभी डीसी ऑफिस तो कभी एलेक्शन शाख का चक्कर काट रहे हैं। ये दोनों दफ्तर कलेक्ट्रेट ए और बी ब्लॉक में वाक़ेय है। हालांकि, बाद में डीसी ऑफिस के स्टॉफ ने तमाम के दरख्वास्त जमा कर लिए हैं।

राजीव पोलियो से हैं दोचार

केनरा बैंक, डोरंडा में असिस्टेंट मैनेजर के ओहदे पर काम करने वाले राजीव पोलियो से दोचार हैं। बैसाखी के सहारे चलते-फिरते हैं। उन्हें लोकसभा इंतिख़ाब में प्रिजाइडिंग अफसर बनाया दिया गया है। इसके अलावा जिरन खलखो मिर्गी से मुतासीर हैं। शशिभूषण प्रसाद और दयानंद झा समेत कई लोग हैं जो बीमारियों से मुतासीर हैं, बावजूद उन्हें एलेक्शन ड्यूटी का लेटर भेजा गया।

व्हील चेयर पर ही रहते हैं दयानंद

स्पाइनल कॉड की मसले से जूझ रहे दयानंद झा का ज्यादा वक़्त व्हील चेयर पर गुजरता है। चल-फिरना तो दूर खुद से उठ-बैठ भी नहीं सकते। वे सिंचाई प्रमंडल धुर्वा में काम कर रहे हैं। उन्हें भी सेकेंड पोलिंग अफसर बना दिया गया है। बताया कि स्पाइनल कोड डैमेज हो चुका है। इसलिए चल फिर नहीं सकते हैं। ऐसे में ड्यूटी करना मुमकिन नहीं है।

हाथ की नस कटी है

जिरन खलखो भी पीर को डीसी दफ्तर में दरख्वास्त देने पहुंचे। उन्हें मिर्गी की शिकायत है। खलखो अपने साथ डॉक्टर का पुर्जा भी लेकर पहुंची।

हाथ में बैंडेज

शशिभूषण प्रसाद नामकुम के स्कूल में असातिज़ा हैं। हादसा में दाएं हाथ की नस कट गई है। हाथ में सूजन है। बैंडेज लगा हुआ है। डॉक्टर ने दाएं हाथ से लिखने को मना किया है।