चार रियासतों में हुए असेंबली इंतिख़ाबात में करारी शिकस्त का सामना कर चुकी कांग्रेस ने मंगल को मेज़ोरम में जम कर वापसी की और रियासत पर अपना क़ब्ज़ा बरक़रार रखा।
40 रुक्नी असेंबली के लिए हो रही वोटों की गिनती के यहां नताइज में कांग्रेस ने 27 पर फ़तह दर्ज कर दो तिहाई अक्सरीयत हासिल कर ली।.
अभी तक सामने आये नताइज में मिजो नेशनल फिटर काफ़ी पीछे चल रही है। चार बार से रियासत के वज़ीर-ए-आला रहे ललथनहवला ने सेरछप और हरंगतुजरे दोनों सीटों पर कामयाबी हासिल की है।
सेरछप में वो 734 वोटों के फ़र्क़ से कामयाब हुए हैं और उन्होंने अपने हरीफ़ लुलराम जावा को शिकस्त दी.हरंगतुजरे में वज़ीर-ए-आला ने मेज़ोरम पीपल्ज़ कान्फ़्रैंस के ललथन सगा को 1638 वोटों के फ़र्क़ से शिकस्त दी।
हुकूमत के कुल ग्यारह वुज़रा में से जिन आठ ने जीत दर्ज की वो हैं – आर ललजिरलियाना (दाखिला), जे एच रोथुआमा (कोआपरेटिव), पी सी जोरम सगलयाना (नक़ल-ओ-हमल), एच रोगलुआना जंगलात) , ललरिनलियाना सैलो (सेहत), ललसोता (तालीम), जोदित लुआंगा (खेल) और पी सी ललथनलियाना (समाजी बहबूद). असैेबली के सदर आर रोमाविया भी मारूफ़ ऐजल नॉर्थ – एक सीट से कामयाब हुए हैं।
इंतिख़ाबी नताइज के बारे में ललथनहवला ने कहा कि उन की हुकूमत के पाँच साल की मुद्दत के मुकम्मल होने पर जो इक़तिदार मुख़ालिफ़ लहर अहम किरदार अदा करती वो इक़तिदार हामी लहर में तबदील कर कांग्रेस के हक़ में चली है।