रियासत के प्राइमरी और वस्ती स्कूल के असातेज़ा एक सितंबर से खुद को मिड डे मील मंसूबा बंदी से अलग कर लेंगे। असातेज़ा इस मंसूबा से मुतल्लिक़ कोई काम नहीं करेंगे।
ऑल झारखंड असातेज़ा यूनियन के जेनरल सेक्रेटरी राममूर्ति ठाकुर ने बताया कि असातेज़ा 31 अगस्त को तमाम अजला हेड क्वार्टर में मिड डे मील निजात जुलूस निकालेंगे। यूनियन ने असातेज़ा पर एमडीएम के न्फ़ाद के नाम पर हो रही कार्रवाई से तंग आकर खुद को इस मंसूबा से अलग करने का फैसला लिया है।
यूनियन का कहना है कि स्कूल सतह पर एमडीएम के नफाद की जिम्मेदारी सरस्वती वाहिनी की है। इसके बाद भी एमडीएम में गड़बड़ी होने पर असातेज़ा पर कार्रवाई की जाती है। इसलिए टीचर अब सिर्फ पढ़ने पढ़ाने का काम करेंगे।
बनी थी इत्तिफाक़
असातेज़ा को एमडीएम से अलग रखने पर महकमा और यूनियन के दरमियान इत्तिफ़ाक़ राय बनी थी। 26 नवंबर 2011 और 22 दिसंबर 2012 को महकमा ने तहरीरी यकीन दिया था। इसके बाद भी टीचर एमडीएम से अलग नहीं किये गये।