मिना में लाखों हुज्जाज केराम का रमी जमार

मक्का मुअज़्ज़मा -7 नवंबर (पी टी आई) हिंदूस्तान के बशमोल अक़्ता –आलम से फ़रीज़ा हज की सआदत से मुशर्रफ़ होने वाले लाखों हुज्जाज केराम ने आज जुमरात में रुमी जमार किया। वादी मनी के क़रीब शैतान के अलामती सतूनों को कंकरीयां मारी गईं। मक्का मुअज़्ज़मा के बाहर वाक़्य ये इलाक़ा सफ़ैद ख़ेमों वाले शहर मिनी से मुत्तसिल है। हुज्जाज केराम ने कल मैदान अर्फ़ात में वक़ूफ़ के बाद मुज़दल्फ़ा में शब बसरी की और रुमी जमार के लिए कंकरीयां चुन ली थीं।

सफ़ैद एहराम में मलबूस लाखों मर्द-ओ-ख़ातून हुज्जाज केराम जिन में तमाम उम्र के अफ़राद शामिल हैं, जुमरात में तीन सतूनों पर कंकरीयां मारने के लिए पहुंची। इस अमल के दौरान माज़ी में भगदड़ के बाइस सैकड़ों हुज्जाज जांबाहक़ हुए थी। माज़ी के तजुर्बात के पेशे नज़र सऊदी हुकूमत ने जुमरात के पलों में तौसीअ की है। मैदान अर्फ़ात और मनी के दरमयान मुज़दल्फ़ा में हाजियों का क़ियाम मनासिक हज का रुकन है।

मिना में तीन दिन तक रुमी जमार होगा। आज पहले दिन हुज्जाज केराम ने कंकरीयां मारने के अमल को पूरा करने के बाद क़ुर्बानी पेश की और हलक़ किया। जिस के बाद एहराम उतारकर तवाफ़ ज़यारत को पहुंची। हुज्जाज केराम का वादी मुंह में तीन दिन क़ियाम रहेगा। जनवरी 2006-ए-में जुमरात पुल के दाख़िला के मुक़ाम पर भगदड़ की वजह से 364 हुज्जाज जांबाहक़ हुए थी। जब कि 2004-ए-में भी भगदड़ से 251 हुज्जाज जांबाहक़ हुए थी।

सऊदी अरब और ख़लीजी ममालिक में नमाज़ ईद अज़हा अदा की गई। हिंदूस्तान से आने वाले 1.25 लाख हुज्जाज भी इन 30 लाख हाजियों में शामिल हैं, जो दुनिया के 183 ममालिक से सरज़मीन पाक पहुंचे हैं। इस साल के हज की ख़ुसूसीयत नया मेट्रो रेल निज़ाम है, इस मुशाविर पराजकट के ज़रीया हज़ारों हुज्जाज केराम को वादी मुंह से मैदान अर्फ़ात सफ़र की सहूलत हासिल हुई। हज मेट्रो को पहली मर्तबा चलाया गया और इस में फ़ी घंटा 72 हज़ार हाजियों की गुंजाइश है। हुजूम को कम करने और हाजियों को बेहतर सफ़री सहूलतें फ़राहम करने के लिए मेट्रो रेल शुरू की गई है।

हज इंतिज़ामात के लिए तक़रीबन 63 हज़ार सैक्योरिटी फोर्सेस ताय्युनात की गईं। 17 हज़ार ट्राफिक पुलिस मुलाज़मीन और हज़ारों सरकारी ओहदादार दिन रात मनासिक हज के इंतिज़ामात की निगरानी करते रहे। सऊदी अरब, ख़लीज के इलावा यूरोप और मशरिक़ बईद ममालिक में ईद अज़हा मनाई गई। मस्जिद हराम में सब से बड़ा इजतिमा था और मस्जिद नबवी में भी मुस्लमानों की कसीर तादाद ने नमाज़ ईद अज़हा अदा की। हिंदूस्तान और दीगर ममालिक में कल बरोज़ पैर ईद अज़हा मनाई जाएगी।