मियांमार में दो मसाजिद शहीद करदी गईं

मियांमार, 02 मई: मज़हबी तशद्दुद में जहां शरपसंदों ने मसाजिद को निशाना बनाया और मकानात को नज़र-ए-आतिश किया वहीं एक शख़्स को हलाक कर दिया। ओहदेदारों ने बताया कि मुख़ालिफ़ मुस्लिम फ़सादाद तिजारती मर्कज़ यांगून से क़रीब वसती मियांमार में हुए। एक मुस्लिम ख़ातून को हिरासत में लिया गया है जिस ने बताया कि हादिसाती तौर पर एक नौजवान बुध राहिब से सड़क पर टकरा गई थी। इस वाक़िये के बाद ओकन के छोटे टाउन में तशद्दुद फूट पड़ा।

मियांमार उस वक़्त मज़हबी कशीदगी की गिरिफ़्त‌ में है जबकि मार्च में बदअमनी की लहर में बुध राहिबों पर मुश्तमिल हुजूम ने कई मुस्लिम इलाक़ों को तशद्दुद का निशाना बनाया था, और ये फ़सादाद रफ़्ता रफ़्ता मुल्क के मर्कज़ी शहर तक फैल गए।ओहदेदारों ने बताया कि तशद्दुद के ताज़ा वाक़ियात में ओकन के अतराफ़ 4 देहातों में दो मसाजिद और 80 से ज़ाइद मकानात को तबाह कर दिया गया। इस ओहदेदार ने अपनी शनाख़्त मख़फ़ी रखने की शर्त पर ए एफ़ पी को बताया कि एक 29 साला शख़्स ज़ख़मों की वजह से हलाक होगया, जबकि दीगर 9 अफ़राद तशद्दुद में ज़ख़मी होगए।

उन्होंने कहा कि तशद्दुद में शामिल‌ रहने पर 18 अफ़राद को गिरफ़्तार किया गया है। इन में वो ख़ातून वन सेन भी शामिल है जो बुध राहिब से हादिसाती तौर पर टकरा गई थी। लेकिन‌ उन्होंने इस ख़ातून को हिरासत में लेने की वजह नहीं बताई। ओकन के क़रीब जिस वक़्त हमला आवर मस्जिद को निशाना बनारहे थे अवाम ख़ौफ़ के आलम में फ़रार और बाज़ अपने घरों में छिप गए और उन की हिफ़ाज़त के लिए वहां पुलिस मौजूद नहीं थी। तक़रीबन 200 ता 300 अफ़राद मोटर साईक़लों पर ये गांव पहुंचे और उन्होंने मस्जिद को शहीद कर दिया।

तमाम मुक़ामी अफ़राद ख़ौफ़ के आलम में यहां से दूर भाग निकले और जो बच गए वो अपने घरों में छपे हुए थे। इन हमला आवरों की मुज़ाहिमत करने वाला कोई नहीं था और उन्होंने मस्जिद को शहीद कर दिया। एक शख़्स ने बताया कि हमला आवरों ने हम तमाम को भी हलाक करने की धमकी दी है। मियांमार में मुसलमानों की आबादी एक अंदाज़े के मुताबिक़ 4 फ़ीसद है।