मियांमार में मुस्लिम आबादी की हालत-ए-ज़ार

मियांमार के सरकारी ओहदेदारों के बमूजिब(मोताबिक) पनाह गुज़ीन कैम्पों को कश्तीयों के ज़रीया और पैदल सफ़र करते हुए आने वाले रोहंगया मुस्लमानों की तादाद में इज़ाफ़ा होगया है।

रियास्ती दार-उल-हकूमत सटवे के पनाह गुज़ीन कैम्पों में पहले ही लाखों रोहंगया मुस्लिम पनाह गज़ीनों का हुजूमहै। मुक़ामी हुकूमत इन पनाह गज़ीनों को दीगर(दूसरे) मुनासिब मुक़ामात पर पनाह गुज़ीन कैंप क़ायम करके वहां मुंतक़िल करने पर संजीदगी से ग़ौर कर रही है।

कई पनाह गुज़ीन अब भी इन कश्तीयों पर ही मुक़ीम हैं जिन के ज़रीया वो उन पुर हुजूम पनाह गुज़ीन कैम्पों तक पहुंचे हैं और हज़ारों पनाह गुज़ीन रियास्ती दार-उल-हकूमत सटवे के मुक़ाबिल वाक़ै जज़ीरा में क़ियाम पज़ीर हैं।

रोहंगया मुस्लमानों की ग़ालिब आबादी वाले इलाक़ा कयाएकपीव मैं रोहंगया मुस्लमानों के पूरे पूरे देहात नज़र-ए-आतिश करदिए गए हैं और उन की क़ियाम गाहैं राख का ढेर बन चुकी हैं।

इसी इलाक़ा से चीन को मियांमार से क़ुदरती ग़ियास मुंतक़िल करने वाली ग़ियास पाइपलाइन गुज़रती है। इंसानी हुक़ूक़ निगरान कार तंज़ीम के बमूजिब(मोताबिक) 633 इमारतें और 178 हाउज़ बूट्स जो पानी में लंगर अंदाज़ थीं, नज़र-ए-आतिश करदी गई हैं।

इस सानिहा की झलकियां टी वी पर दिखाई गई हैं लेकिन ये हक़ीक़त से मुतज़ाद (बर खिलाफ) नज़र आती हैं क्यों कि कई देहात सफ़ा हस्ती से मादूम होचुके हैं।

पाकतान से राइटर्स की इत्तिला के बमूजिब(मोताबिक) यहां के पुरहजूम पनाह गुज़ीन कैंपस लाखों नए रोहंगया मुस्लमान पनाह गुज़ीन अफ़राद को पनाह फ़राहम करने से इनकार कर रहे हैं क्योंकि यहां उन के लिए जगह नहीं है।

राखीन हुकूमत के तर्जुमान ने कहा कि मियांमार में 8 लाख ग़ैर मुल्की मुस्लिम हैं जो बंगला देश से मियांमार मैं दर अंदाज़ी के ज़रीया दाख़िल हुए हैं।

हुकूमत मियांमार ने सिर्फ 67 हलाकतों, 95 ज़ख़मीयों और 3 हज़ार मकानों के नज़र-ए-आतिश किए जाने का एतराफ़ किया है जबकि हक़ीक़त इस से कहीं ज़्यादा है।