मियां-बीवी के झगड़े में पूरी बस्ती जलकर खाक

जमशेदपुर(झारखंड). कदमा उलियान डीवीसी सब स्टेशन मरीन ड्राइव के किनारे बागे बस्ती में पति-पत्नी के झगड़े में 45 घर राख हो गए। एक बुजुर्ग महिला जिंदा जल गईं। तीन लोग झुलस गए। आधा दर्जन मवेशी मर गए। 4 बाइक सहित लाखों की संपत्ति राख हो गई। बस्तीवासियों के मुताबिक, वहां रहनेवाले सोनाराम लोहार अौर उसकी पत्नी ललिता अक्सर लड़ाई करते थे। उनके घर की कलह ने पूरी बस्ती को तबाह कर दिया। दोपहर 2.15 बजे उनके घर से निकली चिंगारी ने सबों को बर्बाद कर दिया। डेढ़ घंटे के बाद आग पर काबू पाया गया। रोते हुए लोग जले हुए घर में जीवन जीने का सहारा ढूंढ़ रहे थे। खाने के सामान के साथ बर्तन और कपड़ा भी जलकर राख हो गया था।

ललिता और उसके पति सोनाराम लोहार में अक्सर झगड़ा होता था। गुरुवार की दोपहर 2.15 बजे वे झगड़ा कर रहे थे। झगड़ते-झगड़ते दोनों अपने शरीर पर केराेसिन छिड़ककर आग लगाने लगे। केरोसिन से उनके घर में आग लग गई। जबतक बस्तीवासी वहां पहुंचते, उसके घर में रखा सिलेंडर फट गया। इसके बाद तेजी से आग फैली अौर कुछ ही मिनटों में पूरी बस्ती राख हो गई।

गाव के लोग कहते हैं आग इतनी जल्दी फैल गई कि संभलने का मौका नहीं मिला। सबकुछ बर्बाद हो गया। पति-पत्नी के झगड़ा में सारा बस्ती बर्बाद हो गई। हमलोग किसी तरह जान बचाकर भागे। आग इतनी तेजी में फैली कि कुछ समझ नहीं सकी। गैस सिलेंडर फटने के आवाज आ रहे थे। लग रहा था जैसे बम फट रहा हो। कुछ ही मिनटों में पूरा बस्ती जलकर राख हो गई।”

सुनील राय ने कहा- मैं पास की दुकान में चाय पी रहा था। बस्ती में आग की लपटें उठते देखा तो दौड़कर वहां गया। बस्ती के बच्चों को बाहर निकाला। घरों से गैस सिलेंडर निकालने को कहा। छह गैस सिलेंडर बाहर निकाल चुके थे, तब तक आग भयानक हो गई थी। एक-एक कर चार सिलेंडर के फटने की आवाज आई। कई लोगों की बाइक भी जल गई। आग लगने पर 100 नंबर पर डायल किया तो एक व्यक्ति ने फोन उठाया तो मैंने फौरन मदद भेजने को कहा। लेकिन दमकल आधा घंटा लेट से पहुंची। तबतक सबकुछ खत्म हो चुका था।