मिर्रीख़ मदारी गर्दिश मुहिम की तैयारीयां ज़ोर-शोर से जारी

PSLV C-25 की आज ख़ला में रवानगी मुक़र्रर , मस्नूई स्यारा की अंदरून 40 मिनट मदार में तनसब
हिन्दुस्तान ख़लाई टैक्नोलोजी के संग-ए-मील की जानिब आहिस्ता आहिस्ता पेशरफ़त कर रहा है जबकि सतीश धवन ख़लाई मर्कज़ सिरी हरी कोटा में मुल्क के अव्वलीन बैन स्यारा जाती मस्नूई स्यारा बराए मिर्रीख़ को आज‌ इस के मदार में नसब कर दिया जाएगा।

मस्नूई स्यारा की तंसीब की उलटी गिनती आज‌ से ही शुरू होचुकी है । हालात मामूल के मुताबिक़ हैं। साईंसदाँ तैयारी के काम में मसरूफ़ हैं। इसरो के एक तर्जुमान ने कहा कि हिन्दुस्तानी ख़लाई तहक़ीक़ तंज़ीम (इसरो) के ख़ला में रवाना करने के इख़्तयारात रखने वाले बोर्ड में एक‌ नवंबर को मिर्रीख़ मदारी गर्दिश मुहिम की मंज़ूरी देती है जबकि एक दिन क़बल इसका रिहरसल कामयाबी से अंजाम पाया था।

44.4 तवील राकेट पहले लॉन्च पयाड के चबूतरे पर रख दिया गया है। ये 76 मीटर तवील मुतहर्रिक ख़िदमात मीनार से धानका हुआ है जो 230 कीलोमीटर फ़ी घंटे की रफ़्तार से चलने वाली आंधी का मुक़ाबला करने के काबिल है। समुंद्री तूफ़ान की सूरत में ये इतनी तेज़ रफ़्तार आंधी का आसानी से मुक़ाबला करसकता है जब राकेट दाग़ने का वक़्त क़रीब आजाएगा तो ये मीनार हटा लिया जाएगा।

पी ऐस एल ववी सी। 25 ख़लाई अड्डे से कल 2:35 बजे दिन ख़ला में रवाना कर दिया जाएगा। पोर्ट बलेयर, बैंगलोर के क़रीब बाईलालो और बरूनी का गाड़ीयों के मुक़ाम की निशानदेही करने वाले स्टेशनस चौकसी की हालत में हैं। समुंद्र पर क़ायम टर्मिनलस के बहरी जहाज़ नालंदा और एस सी आई यमुना जुनूबी बहर-ए-अलकाहिल में मोर्चे सँभाल चुके हैं।

राकेट तवक़्क़ो है कि 40 मिनट के अंदर मस्नूई स्यारा को कुर्रा-ए-अर्ज़ के मदार में नसब कर देगा। मस्नूई स्यारा की तंसीब के बाद ये 20 ता 25 दिन में कुर्रा-ए-अर्ज़ के अतराफ़ अपनी मदारी गर्दिश मुकम्मल करलेगा और एक दिसम्बर‌ को स्यारा मिर्रीख़ के 9 माह तवील सफ़र पर रवाना होजाएगा।