मिलावट से लोगों का सेहत मुतासिर हो रही है : हाइकोर्ट

रांची 23 अप्रैल : झारखंड हाइकोर्ट में पीर को खाने की मुन्शियात में मिलावट रोकने को लेकर अज खुद नोटिस से दर्ज पिटिसन पर समात हुई। जस्टिस एनएन तिवारी व जस्टिस एस चंद्रशेखर की बेंच ने हुकूमत के जवाब पर नाराजगी जाहिर करते हुए महकमा सेहत के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और डायरेक्टर सरबराह को अगली समात के दौरान कोर्ट में जिस्मानी तौर पर मौज़ूद रहने की हेदायत दी। साथ ही मिलावट रोकने के लिए उठाये गये अक्दामत और बनायी गयी पालिसी के बारे में ताफ्सिली जवाब दाखिल करने को कहा।

बेंच ने जबानी तब्सरा करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि हुकूमत खाने की मुन्सियात में मिलावट रोकने के तय संजीदा नहीं है। लापरवाही बरती जा रही है। मिलावट से लोगों की सेहत मुतासिर हो रहा है। नयी नस्ल और आनेवाली नस्ल भी अछूती नहीं रहेगी। खाने की मुन्शियात में मिलावट संगीन मामला है, इसे हर हाल में रोका जाना चाहिए।

इससे साबिक हुकूमत की तरफ से जवाब दाखिल कर बताया गया कि 614 सैंपल जब्त किये गये थे। 116 में मिलावट पायी गयी है। हुकूमत उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है. ख्वाह की तरफ से एमीकस क्यूरी पीयूष पोद्दार ने मौकीफ़ रखा। मामले की अगली समात आठ मई को होगी।

काबिलेज़िक्र है कि मिलावटी दूध समेत दीगर खाने की मुन्शियात में मिलावट के मामले को हाइकोर्ट ने संजीदगी से लेते हुए उसे मफ़ादआमा की अर्ज़ में तब्दील कर दिया था।