हैदराबाद 19 फरवरी : ( सियासत न्यूज़ ) ऑस्ट्रेलिया और दीगर ममालिक में रोज़नामा सियासत के इंटरनेट एडीशन और सियासत वीडियोज़ को बहुत ही पाबंदी से देखा जाता है । बैरून मुल्क मुक़ीम हिंदूस्तानी तारकीने वतन बिल ख़ुसूस हैदराबादी नौजवान मुसलमानों के लिए सियासत की तालीमी मआशी तरक़्क़ी के लिए किए जा रहे इक़दामात काफ़ी मुतास्सिर कुन हैं और वो सियासत को जहां हक़ पसंद सहाफ़त की बेहतरीन मिसाल समझते हैं वहीं मज़लूम मुसलमानों की तरक़्क़ी के लिए उसे एक मशअले राह तसव्वुर करते हैं ।
इन ख़्यालात का इज़हार गुज़िश्ता 6 बर्सों से ऑस्ट्रेलिया में मुक़ीम हैदराबादी नौजवान मुहम्मद इलियास अली ने जनाब ज़ाहिद अली ख़ांन से मुलाक़ात के दौरान किया । उस नौजवान ने बताया कि वो सिर्फ़ एडीटर सियासत के हाथों एक गरीब ख़ातून को रक़म हवाले करवाने के लिए नहीं आए बल्कि जनाब ज़ाहिद अली ख़ांन का शख़्सी तौर पर शुक्रिया अदा करने के लिए दफ़्तर सियासत पहूंचे हैं ।
उस नौजवान ने बताया कि दो साल पहले उन के छोटे भाई ने सियासत की जानिब से पुलिस में भर्ती के लिए दी गई कोचिंग में शिरकत की थी और आज वो कांस्टेबल है । उन्हों ने ये भी बताया कि वो कम अज़ कम 15 ऐसे नौजवानों को जानते हैं जो अल्लाह के फ़ज़ल से सियासत की कोचिंग से फ़ायदा उठा कर पुलिस में फ़राइज़ अंजाम दे रहे हैं ।
मुहम्मद इलियास अली के मुताबिक़ एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ांन और न्यूज़ एडीटर सियासत जनाब आमिर अली ख़ांन ने मुस्लिम मुआशरा की तालीमी , मआशी तरक़्क़ी के लिए जो प्रोग्राम्स शुरू किए हैं वो काबिले तक़लीद हैं ।
मुस्लिम लड़कियों की शादियों के लिए शुरू कर्दा दो बदू प्रोग्राम से भी मिल्लत को फ़ायदा पहूँचा है जब कि दीगर तरबियती प्रोग्राम्स मिल्लत की तरक़्क़ी में काफ़ी अहमियत रखते हैं उन्हों ने ये भी बताया कि एक लड़की का पायलट बनना भी सियासत की कामयाब कोशिशों की वाज़ेह मिसाल है।