नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में हुकूमत बनाने को लेकर अलग-अलग तरकीबें लगाई जा रही हैं. जम्मू कश्मीर में बीजेपी के मिशन सीएम को झटका लगा है. पीडीपी ने मुफ्ती मोहम्मद सईद को 6 साल तक सीएम बनाने के साथ पांच शर्ते रखीं हैं.
जम्मू-कश्मीर में हुकूमत बनाने के लिए पीडीपी ने बीजेपी के सामने 5 शर्तें रखी है.
शर्तों के मुताबिक पीडीपी चाहती है कि छह साल तक सीएम उसी का हो और मुफ्ती मोहम्मद सईद सीएम बनें.
इसके साथ ही पीडीपी चाहती है कि पुर अमन इलाकों से एएफएसपीए कानून हटाया जाए.
पीडीपी ये भी चाहती है कि आईन के आर्टीकल 370 को और मजबूत किया जाए.
पीडीपी का भी कहना है कि सेल्फ रूल प्रपोजल का एहतेराम किया जाए. यानि सरहद पार आने-जाने में थोड़ी नरमी बरती जाए.
इसके अलावा पीडीपी चाहती है कि कश्मीर के बाढ़ से मुतास्सिर लोगों के लिए एक बड़ा इक्तेसादी पैकेज दिया जाए.
ज़राये के मुताबिक जम्मू कश्मीर के गवर्नर ने बीजेपी और पीडीपी को खत लिखकर पूछा कि हुकूमत बनाने के लिए उनसे पास क्या प्लान है. वह दोनों पार्टियों से अलग-अलग मिलेंगे.
जम्मू कश्मीर में हुकूमत बनाने के लिए बीजेपी और पीडीपी के बीच बात आगे बढ़ी है. बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी राम माधव ने कहा है कि पीडीपी के साथ पहले दौर की बातचीत पूरी हुई है. अभी बातचीत जारी है.
राम माधव ने कहा है कि सीएम को लेकर कोई झगड़ा है. बीजेपी अपना सीएम चाहती है लेकिन बड़ी पार्टी पीडीपी है. पीडीपी के पास 28 एमएलए हैं. बीजेपी के पास 25 एमएलए हैं. दोनों के साथ आने से हुकूमत बनती है. बीजेपी एमएलए निर्मल सिंह दावा कर रहे हैं कि बीजेपी के पास 35 एमएलए की हिमायत है.
बीजेपी और पीडीपी की नजदीकियों को देखते हए कांग्रेस के सलमान सोज ने पीडीपी को ताईद का ऑफर दे दिया है. सोज ने कहा है कि मंशूर (mandate) पीडीपी को मिला है, हुकूमत उसे बनानी चाहिए. कांग्रेस उसे ताईद देने को तैयार है. पीडीपी ने अभी तक साफ नहीं किया है कि वह क्या करने वाली है.
हालांकि पहले खबर थी कि बीजेपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस में बातचीत चल रही है. लेकिन सुबकदोश सीएम उमर अब्दुल्लाह ने अब बीजेपी से किसी भी डील की खबर से इनकार किया है. कल देर रात उन्होंने ट्वीट करके इसकी इत्तेला दी.
आपको बता दें कि पीडीपी को 28 सीटें मिली हैं तो बीजेपी 25 सीटें जीत पाने में कामयाब रही है. कांग्रेस 12 और उमर की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटें जीती हैं.