हैदराबाद 29 सितम्बर: सीनीयर कमीयूनिसट नेता साबिक सांसद राज्यसभा सय्यद अज़ीज़ पाशा ने कहा कि ढाई साल में तेलंगाना हैदराबाद और उसके आसपास तालाबों झीलों के लिए हाई कोर्ट की ओर से जारी निर्देश पर काम नहीं कर सकते। जिसकी वजह से तालाबों और झीलों में तामीर किए गए मकान मूसलाधार बारिश में ज़ेर आब आगए।
सीपीआई पार्टी हेडक्वार्टर मख़दूम भवन में तेलंगाना सीपीआई के दौरान विचार व्यक्त करते हुए सय्यद अज़ीज़ पाशा ने कहा कि हाई कोर्ट के निर्देश पर हैदराबाद और दुसरे पूल वसूली के लिए लिये परोटकशन कमेटी अमल में आई जिस मकसद से शहरे हैदराबाद के 28 हज़ार तालाबों की महानता को बहाल करना था
2010 में नई कमेटी क़ायम की गई मगर कमेटी क़ायम करने का मक़सद अब तक अधूरा है सय्यद अज़ीज़ पाशा ने कहा कि चंदनगर का पीजेआर आउट इनडोर स्टेडियम हाउज़िंग कारपोरेशन लिंगमपल्ली ऐच ऐम बीएमडब्ल्यूएस कार्यालय और साती चीरो पर क़ायम टूरज़िम का दफ़्तर तालाबों की तरफ पर तामीर किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियों की ओर से तालाबों और झीलों में निर्माण गतिविधियां अंजाम देने की वजह से भूमि गरब्रास के हौसला मिला है। नालों ओ रतालाबों पर निर्माण अवैध हैं और सरकार को चाहिए कि वह उनके निर्माण को बना किसी दबाव को ध्वस्त करे मगर बेघर लोगों की जिम्मेदारी हुकूमत पर है।