मिसबाह-उल-हक़ को पाकिस्तानी टीम की कामयाबी का यक़ीन

लाहौर, ०९ जनवरी (एजैंसीज़) इंगलैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ की तैयारीयों के लिए पाकिस्तान क्रिकेट टीम का तर्बीयती कैंप हफ़्ते को लाहौर में ख़तम हो गया। क़ौमी टीम सीरीज़ में शिरकत के लिए पीर को दुबई रवाना होगी। तीन मैचों की सीरीज़ का पहला टेस्ट 17 जनवरी से शुरू होगा।

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बौलिंग कूच आक़िब जावेद ने कहा कि कैंप में खिलाड़ियों ने भरपूर मेहनत की है और हर चैलेंज से निमटने केलिए तैय्यार हैं। गुज़श्ता साल पाकिस्तानी टीम ने कामयाबियां समेटें। अब नए साल में क़ौमी टीम को मुश्किल सीरीज़ खेलना है।

उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान, इंगलैंड को हराकर अपनी रैंकिंग बेहतर बना सकता है। बोलरों ने कैंप में भरपूर मेहनत की। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मिसबाह-उल-हक़ ने कहा है कि 2010 का स्पाट फिक्सिंग स्कैंडल अब खिलाड़ियों के ज़हनों में नहीं है, खिलाड़ी इस बदनाम-ए-ज़माना स्कैंडल को फ़रामोश करके कारकर्दगी पर तवज्जा दे रहे हैं।

पाकिस्तान क्रिकेट टीम का हर खिलाड़ी मैच विनर है। टेस्ट सीरीज़ में लीग स्पिनर के बगै़र भी कामयाबी हासिल करसकते हैं, अलबत्ता फ़ील्डिंग के शोबा में बेहतरी लाना होगी। वो हफ़्ते को क़ज़ाफ़ी स्टेडीयम में क़ौमी कैंप के इख़तताम पर अख़बार नवीसों को इंटरव्यू दे रहे थे। स्टार बैटस्मैन ने कहा कि किसी एक खिलाड़ी पर इन्हिसार नहीं करते जहां तक पाकिस्तानी टीम की क़ुव्वत का ताल्लुक़ है, इस टीम में ओपनर अज़हर अली, असद शफ़ीक़, यूनुस ख़ान और मेरी कारकर्दगी सब के सामने है।

तमाम बोलरों ने विकटें ली हैं। इमारात में होम सीरीज़ ज़रूर होरही है लेकिन हमें होम ऐडवांटेज़ हासिल नहीं। मुल्क में खेलना क़दरे आसान होता है। उन्हों ने कहा कि मैंने हमेशा रैफरल सिस्टम की हिमायत की है, लेकिन यू डी आर एस का परफ़ेक्ट होना बेहद ज़रूरी है। सईद अजमल और अबदुर्रहमान की मौजूदगी में पाकिस्तान ने न्यूज़ीलैंड, ज़िम्बाब्वे, श्रीलंका और बंगला देश को शिकस्त दी, मुझे आफ़ स्पिनर सईद अजमल और लेफ्ट आर्म स्पिनर अबदुर्रहमान की सलाहीयतों पर एतिमाद है।

मेरे ख़्याल में हम लीग स्पिनर्स के बगै़र टेस्ट सीरीज़ जीत सकते हैं। मौजूदा टीम की बैटिंग और बौलिंग ग़ैरमामूली रही है, अलबत्ता ग़ैर मुस्तक़िल मिज़ाज फ़ील्डिंग पर तशवीश है। फ़ील्डिंग में माज़ी में हम ने फ़ाश गलतीयां की हैं। टाप टीमों के ख़िलाफ़ तीनों शोबों में सख़्त मेहनत दरकार होती है, इस बार फ़ील्डिंग को भी हदफ़ बनाया है ताकि गलतीयां ना हो। जारिहाना खेल कर हारने से बेहतर है कि फ़तह हासिल करें।

उन्हों ने कहा कि मुत्तहदा अरब इमारात की कंडीशन बैटिंग , बौलिंग दोनों के लिए मुश्किल है चूँकि विकटें सल्लू हैं, इस लिए गेंद बैट पर नहीं आती। दोनों टीमों को सख़्त मेहनत दरकार होगी। इंग्लिश टीम प्रोफ़ैशनल है, इस को किसी तरह आसान नहीं ले सकते।