ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ वन्डे और टेस्ट मैच में हार के बाद मिसबाह-उल-हक़ पर साबिक़ क्रिकेटर्स, माहिरीन और शायक़ीन की जानिब से शदीद तन्क़ीद का सामना है और उन्हें कप्तानी से बरतरफ़ी का मांग ज़ोर पकड़ रहा है लेकिन उन्होंने कहा है कि फ़ार्म और फ़िटनेस बरक़रार रही तो वर्ल्ड कप 2015 खेलेंगे।
हिंदुस्तान से वतन वापसी पर पाकिस्तान क्रिकेट और वन्डे टीम के कप्तान ने कहा है कि क़ियादत की ख़ाहिश नहीं और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड जो फ़ैसला करेगा उसे क़बूल करूंगा। मुंबई से लाहौर पहुंचने पर मीडिया से बातचीत करते हुए स्टार बैटस्मेन ने कहा कि उन्हें कप्तानी की ख़ाहिश नहीं है।
बोर्ड की मर्ज़ी से कप्तानी की ज़िम्मेदारी सँभाली थी। अब भी पी सी बी जो फ़ैसले करेगा उसे क़बूल करने को तैयार हूँ। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान टीम का सब से बड़ा मसला कमज़ोर बैटिंग शोबा है। बैटस्मेनों की कारकर्दगी में तसलसुल लाने और इस में बेहतरी लाने की ज़रूरत है।
बैटिंग को बेहतर करने की ज़रूरत है। पाकिस्तान में बेनुल-अक़वामी क्रिकेट ना होने से बड़ा नुक़्सान होरहा है। मिसबाह-उल-हक़ ने कहा कि मेरी तमाम तर तवज्जो टेस्ट और वन्डे क्रिकेट पर मर्कूज़ है। ताहम 2015 के वर्ल्ड कप में शिरकत की बात वक़्त से पहले है।
उसकी बड़ी वजह ये है कि क्रिकेट खिलाड़ी की फ़ार्म और फ़िटनेस से मशरूत है। अगर फिट रहा और बैटिंग में कारकर्दगी दिखाता रहा तो वर्ल्ड कप खेलना चाहता हूँ। उन्होंने फिर कहा कि कप्तानी ख़ाहिश पर नहीं मिली। 2010 में पी सी बी ने मुझे कप्तान मुक़र्रर किया था। पी सी बी ने ज़िम्बाब्वे की सीरीज़ के बाद मेरी क़ियादत पर एतिमाद का इज़हार किया है।
मैं ने हमेशा पी सी बी के फ़ैसलों को तस्लीम किया है। आइन्दा भी टीम के मुफ़ाद में जो भी फ़ैसला किया गया उसे क़बूल करूंगा। साबिक़ टेस्ट क्रिकेटर्स की तरफ़ से इस मुतालिबे पर कि मिसबाह-उल-हक़ को कप्तानी से हटा दिया जाये उन्होंने कहा कि साबिक़ क्रिकेटर्स की ख़ाहिश पर कप्तानी नहीं मिली ना उन की ख़ाहिश पर कप्तानी छोड़ोंगा।
मिसबाह-उल-हक़ ने कहा कि चैंपियंस लीग में खिलाड़ियों की कारकर्दगी बेहतर रही। थोड़ी बेहतर बैटिंग करते तो क्वालीफ़ाई करसकते थे। मिसबाह-उल-हक़ ने कहा कि में वन्डे और टेस्ट क्रिकेट पर तवज्जो कररहा हूँ और पाकिस्तान के लिए बेहतर से बहतरीन कारकर्दगी दिखना चाहता हूँ।