मिस्ड कॉल मुहिम से 30 लाख मुसलमानों ने बीजेपी ज्वाइन किया

पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मुस्लिम मीडरों से मुलाकात कर कहा था कि उन्हें उनके काम से आंका जाए। उनके ऐसा कहने के बाद कई रियासतो से मुसलमनओं की ज़्यादा तादाद में बीजेपी जॉइन करने की खबरें आई हैं।

बीजेपी का मिस्ड कॉल मेम्बरशिप मुहिम हाल ही में खत्म हुआ है। इस मुहिम में लगे बीजेपी रुकन का मानना है कि भले ही ये रुकन मिस्ड कॉल मुहिम से बनाए गए हों, लेकिन इससे मुस्लिम रुकन की तादाद में नाकबिल तौर पर उछाल आया है। फिलहाल, मुल्क भर में 30 लाख मुसलमानो ने बीजेपी जॉइन की है।

पार्टी के नैशनल माइनॉरिटी सेल के चीफ अब्दुल राशिद अंसारी का कहना है कि इससे पहले पार्टी में मुसलमानों की असल तादाद को कभी आंका नहीं गया था, फिर भी मोटे तौर पर कहा जा सकता है कि अब यह पहले से दोगुनी हो गई है।

बीजेपी के माइनॉरिटी सेल की ओर से अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को फराहम कराए गए आंकड़ों के मुताबिक जिन रियासतों में बीजेपी की हुकूमत है, वहां काफी ज्यादा तादाद में मुस्लिम मेम्बर बने हैं।

बतौर रियासत बात करें तो बीजेपी को मध्य प्रदेश में 4 लाख, गुजरात में 2.6 लाख, दिल्ली में 2.5 लाख, मगरिबी बंगाल में 2.3 लाख, राजस्थान और असम में 2-2 लाख और यूपी में 1.75 लाख मुसलमानो ने बीजेपी जॉइन करने के लिए मिस्ड कॉल की। हालांकि, बीजेपी के सामने अब असली चुनौती है।

सबसे पहले बीजेपी को पार्टी में मुसलमानों की तादाद को तीन फीसदी से (कुल 10 करोड़ मेंबर्स में से) 10 फीसदी तक पहुंचाना है। इसके अलावा मिस्ड कॉल मुहिम से जुड़े 30 लाख मुसलमानों को राबिता मुहिम की मदद से बीजेपी का कारकुन बनाना है।

यूपी बीजेपी माइनॉरिटी सेल की चीफ रुमाना सिद्दिकी का कहना है कि रियासत में कभी भी बीजेपी के मुस्लिम मेम्बर्स का आंकड़ा 1 लाख नहीं पहुंचा था, और अब यह 1.75 लाख तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि 2013 के दंगों के बावजूद मुजफ्फरनगर से 15 हजार मुसलमानों ने बीजेपी जॉइन की है |