मिस्री फ़ौज ने सेना जज़ीरानुमा में मुस्लमान अस्करीयत पसंदों को कुचलने के लिए वहां अपने दस्ते जमा करना शुरू कर दिए हैं जबकि बद्दूओं के रहनुमाओं ने वज़ीर-ए-दाख़िला (गृहमंत्री/home minister)को मुकम्मल तआवुन का यक़ीन दिलाया है। बीबी सी के मुताबिक़ जज़ीरानुमा सेना के इलाक़े में दर्जनों बकतरबंद गाड़ियां लेकर जाने वाले फ़ौजी ट्रक देखे गए।
इन बकतरबंद गाड़ीयों पर मशीन गिनें नसब थीं और उन्हें उलार यश नामी क़स्बे में मशरिक़ की जानिब जाते देखा गया जहां गुज़िश्ता कुछ अर्से के दौरान ग़ज़ा के साथ मिलने वाली सरहद के क़रीब वाक़्य देहात में बद्दू मुस्लमान अस्करीयत पसंद ज़ोर पकड़ चुके हैं। बताया गया है कि अब इसराईल ने मिस्र को जज़ीरानुमा सेना में हैलीकाप्टर इस्तिमाल करने की आरिज़ी इजाज़त दे दी है।
मिस्री फ़ौज ने अस्करीयत पसंदों का मुक़ाबला करने के लिए इस सहराई इलाक़े में गनशिप हैली कैपटरज़ मुतय्यन कर दिए थे। 1979 के अमन मुआहिदे के बाद से ये पहला मौक़ा है कि इसराईल ने सेना में मिस्री फ़ौज की महिदूद तायनाती के लिए रियायत दी है। उधर ग़ज़ा के साथ मिलने वाली मिस्री सरहद से तक़रीबन पच्चास किलोमीटर मग़रिब की जानिब उलार यश के मुक़ाम पर मिस्री वज़ीर-ए-दाख़िला(गृहमंत्री/home minister) अहमद जमाल उद्दीन और बद्दू क़बाइली अमाइदीन के दरमयान एक मुलाक़ात अमल में आई।
इस मुलाक़ात में बद्दू अमाइदीन ने मुतालिबा किया कि उन्हें मुबय्यना(कहा हुआ/Mentioned) तौर पर हलाक कर(मार)दिए जाने वाले अस्करीयत पसंदों की लाशें दिखाई जाएं। इस मुलाक़ात में शरीक एक बद्दू ईद अब्बू मर्ज़ वक़्क़ा ने बताया हम ने इन से मुतालिबा किया कि वो हमें एक या दो लाशें तो दिखाएंगे ताकि हम उन के दावे के क़ाइल हो सकें।
दीगर का कहना था कि उन्हें ये दावा झूट पर मबनी मालूम होता है। सेना में एक फ़ौजी कमांडर ने इस दावे की अलबत्ता तसदीक़ की है। क़बाइली अमाइदीन का कहना था कि उन्हों ने सेना के लाक़ानूनीयत से इबारत इलाक़े में अमन-ओ-अमान क़ायम करने के सिलसिले में फ़ौज और पुलिस के साथ तआवुन(मदद) पर रजामंदी ज़ाहिर की है और वो सुरंगें बंद कर दी हैं जिन के रास्ते हथियार और दीगर(अन्य) ममनूआ साज़-ओ-सामान फ़लस्तीनी ग़ज़ा पट्टी में पहुंचाया जाता है।
बद्दू क़बाइली अमाइदीन के बाद सहाफ़ीयों से बातें करते हुए मिस्री वज़ीर-ए-दाख़िला(गृहमंत्री/home minister) ने कहा कि मिस्री स्कियोरटी फ़ोर्सिज़ इन बद्दू क़बाइल की मदद से अस्करीयत पसंदों को शिकस्त से दो-चार करेंगी। ताहम(तो भी) एक स्कियोरटी अहलकार(सुरक्षा गार्ड/security guard) ने अपना नाम ज़ाहिर ना करने (ना बताने)की शर्त पर बताया कि इस दुशवार (मुशकिल)गुज़ार सहराई(जंगल) और पहाड़ी इलाक़े में अस्करीयत पसंदों से निमटना आसान नहीं होगा और इस में मिस्री दस्तों को कुछ वक़्त लगेगा