मिस्र की फ़ौज के एक तर्जुमान ने कहा कि शुमाली जज़ीरा नुमाए सेनाई में फ़िज़ाई हमलों से 16 अस्करीयत पसंद हलाक हो गए जिन के ताल्लुक़ात इख़्वानुल मुस्लिमीन से थी।
इस तंज़ीम से ताल्लुक़ रखने वाले मिस्र के इस्लाम पसंद सदर मुहम्मद मुर्सी को इक़्तेदार से बेदख़ल कर के गिरफ़्तार कर लिया गया है। कर्नल अहमद मुहम्मद अली ने कहा कि फ़िज़ाई हमलों का निशाना दहश्तगर्दों के खु़फ़ीया ठिकाने थे जो इंतिहाई ख़तरनाक तकफ़ेरी अस्करीयत पसंद थे।
जुमा की रात शेख ज़ैद सरहदी क़स्बा में जो मिस्र के मशरिक़ी इलाक़ा में वाक़े है, फ़िज़ाई हमले किए गए थे। तकफ़ेरी एक अरबी इस्तिलाह है जो इस्लामी बुनियाद परस्तों के लिए इस्तेमाल की जाती है।