मिस्र के पारलीमानी इंतिख़ाबात में इख़वान उल मुस्लिमीन की बरतरी मज़ीद मुस्तहकम

क़ाहिरा। 6 जनवरी । ( राइटर्स) मिस्र में पारलीमानी इंतिख़ाबात के तीसरे मरहले में इस्लाम पसंद जमात इख़वान उल मुस्लिमीन पार्लीमैंट में वाज़ेह अक्सरीयत हासिल करने की पोज़ीशन में पहुंच गई है। मिस्र में इख़वान उल मुस्लिमीन पर पच्चास साल से इमतिना आइद था लेकिन पारलीमानी इंतिख़ाब के पहले दो मराहिल में इख़वान उल मुस्लिमीन को बरतरी हासिल रही है और अब तीसरे मरहले में भी वो बरतरी के साथ पार्लीमैंट की सब से मज़बूत जमात के तौर पर उभरी है।

दूसरी जानिब तीस साल तक इक़तिदार पर फ़ाइज़रहने वाले साबिक़ सदर हसनी मुबारक को एक बार फिर सख़्त हिफ़ाज़ती इंतिज़ामात के तहत अदालत में पेश किया गया। 83 साला हसनी मुबारक, उन के दो बेटों, साबिक़ वज़ीर-ए-दाख़िला और पाँच पुलिस मुलाज़मीन पर एहतिजाज करने वाले अफ़राद को हलाक करने के इल्ज़ामात हैं।इख़वान उल मुस्लिमीन मिस्र के शाह फ़ारूक़ के दौर से इस्लामी इन्क़िलाबबरपा करने जद्द-ओ-जहद कररही है जिस की बिना पर उसे शाही दौर-ए-हकूमत के बाद फ़ौजी इक़तिदार में भी ममनू (गैर कानूनी) क़रार दिया गया ।