क़ाहिरा, 09 दिसंबर:( पीटीआई )मिस्र की असल इस्लाम पसंद पार्टियों ने जिनमें सदर मुहम्मद मोर्सी की इख़वान अलमुस्लिमीन भी शामिल है । आज अपोज़ीशन के इस मुतालिबा को मुस्तर्द कर दिया कि नए दस्तूर पर एक रेफ़रंडम कराने में ताख़ीर की जाए ।
फ़ौज ने मिस्र के बोहरान को दूर करने मुज़ाकरात की राह इख्तेयार करने पर ज़ोर दिया । फ़ौज का कहना है कि सदर मोर्सी के नए इख़्तेयारात के तनाज़ा को मुज़ाकरात के ज़रीया हल किया जाए । वो मिस्र को तारीक खाई (अंधेरे खाई) में जाने से रोकने के लिये फ़ौरी मुदाख़िलत करेगी ।
तहरीर स्क़्वायर ( Tahreer Square) पर मुहम्मद मोर्सी के ख़िलाफ़ एहतिजाजी मुज़ाहिरों की ताज़ा लहर के बाद अपने पहले बयान में फ़ौज ने अवामी इदारों और मासूम अवाम के दिफ़ा का अज़म ज़ाहिर किया । फ़ौज का ये बयान उस वक़्त आया जब क़ाहिरा में क़सर ( महल) सदारत के बाहर मुज़ाहिरे जारी हैं ।
इख़वान अलमुस्लिमीन में दूसरे अहम लीडर ख़ैरात अलिशा तर ने मीडिया के सामने बयान पढ़ कर सुनाया । जिसमें तमाम सयासी पार्टियों पर ज़ोर दिया गया है कि वो मुज़ाकरात को तरजीह दें । ख़बररसां इदारा ए एफ पी ने बताया कि नायब सदर महमूद मुक्की ने इद्दीया दिया है कि अपोज़ीशन अगर बाद में इस तहरीक की मुख़ालिफ़त ना करे तो सदर मोर्सी 15 दिसंबर को होने वाले रेफ़रंडम को मुल्तवी कर सकते हैं ।
मिस्र में जारी सयासी बोहरान के दौरान आज इज़तिराब आमेज़ सुकून देखा गया जबकि कल रात सदर मुहम्मद मोर्सी के जारी करदा हुक्मनामा के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त एहतिजाज किया गया था। सदारती महल के बाहर आज एहतिजाजियों के ख़ेमों की तादाद बढ़ गई। एहतिजाजियों ने कहा कि दस्तूरी आलामीया वापस लिए जाने तक वो अपना एहतिजाज जारी रखेंगे।
कल रात तक़रीबन 10 हज़ार से ज़ाइद अपोज़ीशन एहतिजाजियों ने रुकावटों को तोड़ कर सदारती महल की सिम्त बढ़ने की कोशिश की। वो मुतनाज़ा फ़रमान को वापस लेने का मुतालिबा कर रहे हैं। सदर मुहम्मद मोर्सी ने जून में इक़तिदार ( शासन) हासिल किया था और उन्होंने हाल ही में एक फ़रमान जारी करते हुए तमाम इख़्तेयारात अपने पास महफ़ूज़ रखे जिसे अदालत में भी चैलेंज नहीं किया जा सकता।
कल सदारती महल में जब एहतिजाजी , रुकावटों को फलांग कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, सिपाहीयों ने उन्हें रोक दिया। इससे पहले मोर्सी के हामीयों ने क़ाहिरा में एक रैली मुनज़्ज़म की, ताहम इससे एक दिन पहले दोनों ग्रुप्स में झड़प हो गई थी। इस दौरान मिस्र की इख़वान अलमुस्लिमीन के मज़हबी रहनुमा ने अवाम से तशद्दुद तर्क करने की अपील की और कहा कि बैलट बॉक्स मुल्क को जारी सयासी बोहरान से बाहर निकालने का बेहतरीन रास्ता है।
मुहम्मद बदाई ने अपने हामीयों से ख़ाहिश की कि वो तशद्दुद का रास्ता इख्तेयार ना करें। उन्होंने आज सुबह मुहम्मद मोर्सी से मुलाक़ात से क़बल ये बयान दिया। वो जारी बोहरान के ताल्लुक़ से ये मुलाक़ात करने वाले थे। जबकि अपोज़ीशन जमातों ने मुज़ाकरात को यकसर मुस्तर्द कर दिया और कहा कि मोर्सी को सबसे पहले दस्तूर के मुसव्वदा पर रेफ़रंडम मंसूख़ कराना चाहीए।