मिस्र: चर्च पर हमला धार्मिक दुश्मनी की सबसे खराब घटना है: शेख जामिया अल अज़हर

क़ाहिरा: मिस्र की सबसे बड़ी इस्लामिक शिक्षण केंद्र जामिया अलअज़हर के प्रमुख अल शेख अहमद अल तय्यब ने रविवार को काहिरा में एक चर्च पर होने वाले हमले की निंदा करते हुए इसे धार्मिक दुश्मनी का सबसे बुरा और बहुत बर्बर कार्रवाई करार दिया है। उन्होंने कहा कि चर्च पर हमला करने वालों का इस्लाम से कोई संबंध नहीं हो सकता क्योंकि इस्लाम इस तरह की आपराधिक कृत्यों के किसी मामले की अनुमति नहीं देता है।

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गौरतलब है कि रविवार को काहिरा में कैथडरल चर्च में एक प्रार्थना समारोह के अंत में होने वाले बम धमाकों में कम से कम 25 लोग मारे गए और 50 घायल हो गए थे।

अल अरबिया डॉट नेट के अनुसार आतंकवाद के इस सबसे खराब कार्रवाई की निंदा करते हुए जामिया अल अज़हर के प्रमुख ने कहा है कि निर्दोष नागरिकों को बम हमलों में मारना अल्लाह और उसके रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के साथ विश्वासघात और राष्ट्र विरोधी है। उन्होंने मिस्र के ईसाई समुदाय के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए मुसलमानों और ईसाइयों से अपील की है कि वे आतंकवादियों के खिलाफ जारी लड़ाई में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें, ताकि आतंकवादियों को आगामी ऐसी वारदातों का मौका न मिल सके।

अल्लामा अहमद अल तय्यब ने चर्च पर हमले को बर्बर, कायराना और गंभीर आपराधिक क़रार देते हुए बर्बर आतंकवादियों से सख्ती से निपटने की जरूरत पर जोर दिया। डॉ। अहमद अल तय्यब का कहना था कि मिस्र के ईसाई समुदाय का दुख पूरी मिस्री जनता का दुख है। हम अल्लाह और उसके रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के साथ बेईमानी के दोषी तत्वों का विरोध करते हैं और मुश्किल की इस घड़ी में ईसाई समुदाय के साथ खड़े हैं।