काहिरा, 3 दिसंबर: मिस्र में मुंतखिब सदर मोहम्मद मुर्सी के खिलाफ तख्ता पलट के पांच महीने बाद नए दस्तूर का मसौदा तैयार कर लिया गया है | 247 आर्टिकल से मिलकर बने इस नए दस्तूर (संविधान/ आईन) को मंगल के रोज़ आबूरी सदर एडले मंसूर के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा | इस नए दस्तूर में जहां फौज को और ज़्य्रादा इख्तेयार देने की बात की गई है वहीं, मुर्सी की मुस्लिम ब्रदरहुड जैसी मज़हबी पार्टियों पर पाबंदी का भी कानून है |
फौज की तरफ से आबूरी हुकूमत ने इतवार के रोज़ आईन / दस्तूर(Constitution) का फार्मेट/खाका जारी किया इस पर इसी महीने मुल्क में आवामी राय कराये जाने की उम्मीद है | आवामी राय में फार्मेट कुबूल होने के बाद नए दस्तूर के मुताबिक ही मुल्क में नए इलेक्शन होने हैं | Constituent assembly के सदर और अरब लीग के साबिक चीफ अम्र मूसा ने बताया कि Constituent Assembly के मेम्बर की सहमति पर पहुंचने में कामयाब रहे |
मुर्सी के इक्तेदार में बने दस्तूर की तरह इस पर इस्लाम का असर नहीं दिखता | इसमें फौज की सुप्रीम कौंसिल को डिफेंस मिनिस्टर के मुंतखिब का इख्तेयार दिया गया है | इनका दौर ए इक्तेदार दस्तूर लागू होने के बाद आठ साल के लिए पहले से तय होगा 3 जुलाई को तख्ता पलट के बाद मौजूदा फौजी चीफ जनरल अब्दल फतह अल सिसि ने मुल्क के दस्तूर को खारिज कर दिया था |
नए दस्तूर का फार्मेट तैयार करने के लिए 50 मेम्बरों की Constituent assembly की तश्कील की गयी थी | नए दस्तूर के फार्मेट में मज़हबी बुनियादों पर तश्कील सियासी पार्टियों पर पाबंदी लगाने का बंदोबस्त है | इसमें आम शहरियों पर फौजी अदालत में मुकदमा चलाने का भी प्रोविजन है | अगर यह फार्मेट दस्तूर का शक्ल ले लेता है तो मुल्क में अगले साल होने वाले आम इंतेखाबात भी नए राह पर होंगे अब पार्टियां महज एक तिहाई सीट पर इलेक्शन लड़ सकेंगी यह मुल्क में हुए पिछले इलेक्शन के बरअक्स होगा |
इसी बीच, अमेरिका ने मिस्र के नए कानून पर फिक्र ज़ाहिर की है इसके तहत पुरअमनतरीके से मुजज़ाहिरा करने वालो के हुकूक छीन लिए गए हैं | अमेरिका के डिफेंस मिनिस्टर चक हेगल ने मिस्र के वज़ीर ए दिफा और फौज के सरबराह फतह अल सिसी से टेलीफोन पर बात की हेगल ने कहा कि इज़हार की आज़ादी पर मिस्र की हुकूमत के रुख को अदम तशद्दुद और तवील मुद्दत की जम्हूरियत के तौर पर में देखा जाएगा |
मिस्र में हुकूमत ने बिना इज़ाज़त एक जगह जमा होने और मुज़ाहिरा करने पर पर रोक / पाबंदी लगा दी है |
कानून के लागू होने के बाद सियासी कारकुनो के एक ग्रुप को गिरफ्तार किया जा चुका है इस कानून का सहारा लेकर पुलिस ने माज़ूल सदर मोहम्मद मुर्सी के हामियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोलों और पानी की बौछार का इस्तेमाल भी किया है | कई मुज़ाहिरीन पर मुकदमा चलाया गया है |