क़ाहिरा । मिस्र में मुल्क के राष्ट्रपती चुनाव के नतीजों के बारे में उलझन बढ़ती जा रही है क्योंकि अहमद शफीक की इलेक्शन टीम का कहना है कि इन के उम्मीदवार ने 51.5 फीसदी वोट हासिल कर लिए हैं। इख़वान उल मुस्लिमीन के मुहम्मद मर्सी पहले ही फैसला कुन मुक़ाबले में अपनी कामयाबी के दावे करचुके हैं जबकि पोलिंग स्टेशनों से हासिल होने वाले आदाद और शुमार से ज़ाहिर हुआ कि वो अपने हरीफ़ से लग भग 10 लाख वोटों से आगे हैं।
लेकिन एक रोज़ बाद आज अहमद शफीक की टीम ने ड्रामाई अंदाज़ में जीत का जवाबी दावा करते हुए मिस्री लोगों केलिए नई उलझन पैदा करदी है, जो पहले ही मिलेट्री की तरफ से इक़तिदार पर कंट्रोल के सिलसिले में कोशिशों से परेशानी में हैं।
शफीक के चुनावी टीम वालों ने आज क़ाहिरा के अपने हेड क्वार्टर्स में प्रेस कान्फ़्रैंस की जहां इंतिख़ाबी ओहदेदारों ने एसे दावों को चैलेंज किया कि इख़वान उल मुस्लिमीन के उम्मीदवार मर्सी मिस्र का पहला (हुसनी मुबारक के बाद) सदारती इलेक्शन जीत चुके हैं।
इस दरमयान मिलेट्री ने ताक़तवर इमरजंसी कौंसल को लागू कर दिया जिस में फौजियों का ग़लबा है।मिलेट्री के इस इक़दाम के नतीजे में अंदेशा है कि मिस्री लोग एहतिजाजों का नया दौर शुरू करदेंगे।