मिस्र में मारनेवालों की तादाद 200 होगई 5 हज़ार ज़ख्मी

माज़ूल मिस्री सदर मुहम्मद मुर्सी के हामियों ने जबरी इनख़ला की धमकियों को मुस्तरद कर दिया और वो मस्जिद में ही तवक्कुफ़ किए हुए हैं जबकि एक दिन क क़ब्ल खूँरेज़ तसादुम में इख़वानुल मुस्लिमीन के तक़रीबन 200 अरकान हलाक होगए।

मुसल्लह फोर्सेस की बड़े पैमाने पर कार्रवाई के बावजूद मुर्सी के हामी अपने मौक़िफ़ पर क़ायम हैं और कल रात इख़वानुल मुस्लिमीन के क़ाइदीन ने एहितजाजी अवाम से ख़िताब करते हुए कहा कि वो अपने मुतालिबात की तकमील बिशमोल मुहम्मद मुर्सी की बहाली तक अपना एहतिजाज जारी रखेंगे। 61 साला मुहम्मद मुर्सी मिस्र के पहले जम्हूरी तौर पर मुंतख़बा हुकूमत के सदर हैं, जिन्हें फ़ौज ने 3 जुलाई को माज़ूल कर दिया है। उन्हें कई फ़ौजदारी मुक़द्दमात का सामना है। वो आख़िरी मर्तबा 26 जून को अवाम के सामने आए। इस के बाद से उन्हें और दीगर कई इख़वानुल मुस्लिमीन क़ाइदीन को महरूस रखा गया है।
इस दौरान इख़वानुल मुस्लिमीन की सरकारी वेबसाईट पर कहा गया कि तक़रीबन 200 अफ़राद हलाक और 5 हज़ार अफ़राद ज़ख़मी होगए हैं। एहराम ऑनलाइन ने ये इत्तिला दी ताहम वज़ारत-ए-सेहत के ओहदेदार ख़ालिद अलख़तीब ने इन झड़पों में महलुकीन की तादाद 80 बताई। एहराम ऑनलाइन के मुताबिक़ शुमाली क़ाहिरा के राबिया अलादवी मस्जिद में मुर्सी के हामी तक़रीबन एक माह से क़ियाम किए हुए हैं। कल यहां एहितजाजियों और पुलिस में झड़प में 72 अफ़राद हलाक होगए। सिकंदरिया में मुर्सी के हामी और मुख़ालिफ़ीन के माबैन झड़पों में 8 अफ़राद हलाक हुए।

सरकारी तौर पर ज़ख्मियों की तादाद 792 बताई गई है, जिनमें क़ाहिरा के पड़ोसी नस्र सिटी में मुर्सी के हामी 411 ज़ख़मी एहितजाजी भी शामिल हैं। जामिआ अल अज़हर के इमाम ने इन हलाकतों की तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया जबकि उबूरी हुकूमत के नायब सदर मुहम्मद अलबरादई ने ताक़त के ज़्यादा इस्तिमाल की मज़म्मत की।