मिस्र की आला तरीन आईनी(कानूनी) अदालत ने सदर मुहम्मद मर्सी की जानिब से पार्लीमान की बहाली और इस का इजलास तलब करने का सदारती हुक्म मंसूख़(ख़त्म) कर दिया है दूसरी तरफ़ अदालत के इस फ़ैसले के बाद अवाम एक मर्तबा फिर उठ खड़े हुए हैं। क़ाहिरा के अलतहरीर चौक में हज़रों अफ़राद सदर डाक्टर मुहम्मद मर्सी से इज़हार-ए-यकजहती और दस्तूरी अदालत के फ़ैसलों के ख़िलाफ़ एहतिजाज के लिए जमा हो गए हैं।
हज़ारों अफ़राद ने तहरीर इस्कोआएय्र में धरना दिया। मुज़ाहिरीन ने हाथों में जूते उठा रखे थे और वो सुप्रीम दस्तूरी अदालत के फ़ैसले के मुताबिक़ पारलीमेनट की मुअत्तली बरक़रार रखने के ख़िलाफ़ शदीद नारेबाज़ी कर रहे थे। मुज़ाहिरीन ने हाथों में बैनर्स भी उठा रखे थे जिन पर क़ौम अदलिया को पाक करना चाहती है के नारे दर्ज थे।
मुज़ाहिरीन ने मुल्क में फ़ौज की हुक्मरानी के ख़िलाफ़ भी नारे लगाए।मुज़ाहिरीन ने सदर जमहूरीया डाक्टर मुहम्मद मर्सी के इस फ़ैसले की हिमायत की जिस में उन्हों ने दस्तूरी अदालत के ज़रीया कलअदम (रद) क़रार दी हुई पार्लीमैंट की बहाली का ऐलान किया था।
मुज़ाहिरीन ने डाक्टर मुहम्मद मर्सी के ऐलान की खुल कर हिमायत की और सदर मुहम्मद मर्सी ज़िंदाबाद के नारे लगाते रहे।