मिस्र सऊदी कशीदगी कम करने की कोशिश

मिस्र के एक वज़ीर ने कहा कि सऊदी अरब के साथ कशीदगी ख़त्म कर ली जाएगी। सऊदी अरब में मिस्री वकील की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ यहां सड़कों पर मुज़ाहिरे हुए थे और सऊदी हुकूमत ने अपना सफ़ीर वापस तलब कर लिया था।

मिस्री वकील अहमद अलग़ज़वी को 7 अप्रैल को गिरफ़्तार किया गया था जिस के बाद से एक हज़ार लोग सऊदी सिफ़ारतख़ाने के बाहर जमा हो गए थे और उन्होंने सऊदी हुक़्मरानों के ख़िलाफ़ तौहीन आमेज़ नारे लगाए थे।

मंसूबा बंदी और बैन-उल-अक़वामी तआवुन की वज़ीर फ़ेज़ा अबू एलिना जा ने कहा कि मिस्र और सऊदी अरब के दरमयान मौजूदा बोहरान की यकसूई कर ली जायेगी क्योंकि दोनों ममालिक के हमेशा बहुत अच्छे ताल्लुक़ात रहे हैं इसलिए इस मसला को हल करने में परेशानी नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि इस तनाज़ा की वजह से मिस्र को मिलने वाली ख़लीजी मआशी इम्दाद पर असर मुरत्तिब नहीं होगा और सऊदी ओहदेदारों ने तरदीद की है कि मिस्र में सरमाया कारी नहीं की जाएगी।

सऊदी अरब ने मिस्र की माली हालत सुधारने की ग़रज़ से वहां 29 अरब डालर भेजने पर आमादगी ज़ाहिर की थी जिसके एक हफ़्ता बाद ही दोनों देरीना हलीफ़ों के दरमयान तनाज़ा पैदा हो गया।