नई दिल्ली: जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कल को प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी निंदा करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने सभी यूनिवर्सिटीज में आपातकाल जैसे हालात बना दिए गए हैं। क्या आप इसी हालात का वादा कर रहे थे, जब आप पूरे देश में ‘अच्छे दिन’ के नारे लगा रहे थे। कन्हैया ने कहा है कि ‘मीट’ या ‘वीडियो’ बदलने से देश में कोई बदलाव नहीं होगा। देश तब बदलेगा जब उसके लोगों की हालत सुधरेगी। वह स्टूडेंट्स को किसी भी तरह डरा नहीं सकते क्यूंकि वही स्टूडेंट्स देश का भविष्य है। कन्हैया ने मोदी को एक खुले पत्र लिखा है जिसमें कन्हैया ने दादरी की घटना का जिक्र किया जहां एक आदमी को सिर्फ शक के आधार पर पीट-पीटकर मार दिया गया था कि उसके परिवार ने अपने घर में गोमांस पकाया और खाया था।
आपके शासनकाल में चीजें केवल बद से बदतर हुई हैं। युवाओं और छात्रों ने बड़ी उम्मीद के साथ आपको चुना था और अगर आपने पिछले दो साल में विकास किया होता तो आप को इसका प्रचार करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च नहीं करने होते। मैं आपसे एक स्टूडेंट के तौर पर सवाल कर रहा हूं। आपने विज्ञापनों पर 200 करोड़ रुपए खर्च कर दिए लेकिन आपके पास रिसर्च स्कॉलरों की स्कालरशिप के लिहाज से 99 करोड़ रुपए देने के लिए नहीं हैंaur न ही कोई नयी नौकरी नहीं निकाली गई है, किसान हताशा में और कर्जो के आतंक के कारण खुद की जान ले रहे हैं।’