मीडिया पर 2 ता 4 करोड़ रुपये ख़र्च करने में :बेनी प्रसाद

मर्कज़ी वज़ीर बेनी प्रसाद वर्मा ने एक और तनाज़ा पैदा करने वाले बयान में कहा कि मीडिया पर 2 ता 4 करोड़ रुपये ख़र्च करना कोई ग़लत बात नहीं है कि वो सिर्फ़ सरमाया कारी कर रहे हैं ताकि मक़बूलियत की शक्ल में अच्छा रद्द-ए-अमल सामने आए।

उन्होंने इस बात की दलील पेश की कि उनकी वज़ारत दस हज़ार करोड़ रुपये कमा रही है। उन पर इल्ज़ाम है कि वो सहाफियों को रक़म और तोहफ़े देते हैं। उनका कहना है कि मीडिया पर एक करोड़ ख़र्च करना कोई बड़ा मुआमला नहीं है। अगर आप दस हज़ार रुपये कमा रहे हैं, हमारी पब्लिसिटी के लिए मीडिया पर दो ता चार करोड़ रुपये ख़र्च करने में क्या क़बाहत है?

उत्तरप्रदेश की हुक्मराँ समाजवादी पार्टी पर तन्क़ीद करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग मीडिया पर रक़ूमात ख़र्च करने के लिए तन्क़ीद कर रहे हैं वो ग़लत है। सहाफ़त हमारी जम्हूरियत का चौथा सतून है। पीर के दिन लखनऊ में एक इजलास में स्टील कनज़्यूमर्स कौंसिल के एक हज़ार अरकान के सहाफियों को सूटकेस और मोबाईल फ़ोन तोहफ़ा में दिया गया।

ये तहाइफ़ हासिल करने वालों में वर्मा के आबाई ज़िला बारह बंकी से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस वर्कर्स के मुक़ामी सहाफ़ी भी शामिल हैं।