मीडीया की शरारत पर फ़ौजी सरबराह का इंतिबाह

फ़ौजी सरबराह जनरल वी के सिंह ने दिल्ली की सिम्त फ़ौज की मुश्तबा पेशक़दमी से मुताल्लिक़ रिपोर्ट को मीडीया की शरारत क़रार दिया। उन्होंने ख़बरदार किया कि इस तरह की ख़बरें फैलाने वाले अफ़राद नापाक मक़ासिद रखते हैं। इन लोगों से सख़्ती से निमटा जाना चाहीए।

उन्हों ने 13 मार्च को अंग्रेज़ी हफ़तावार को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि बाअज़ ( कुछ) लोग उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। इससे कुछ हफ़्ता क़ब्ल इंडियन एक्सप्रेस ने चहारशंबा के दिन इत्तिला दी थी कि जनवरी में नई दिल्ली के क़रीब फ़ौज की दो यूनिटों की पेशक़दमी की निशानदेही की गई है जिस पर हुकूमत में हलचल मच गई थी। वी के सिंह ने इस हफ़तावार मैगज़ीन से ये भी कहा कि हमारी फ़ौज के कुछ अरकान या डीवीजन मामूल की मश्क़ करते हैं, इस ताल्लुक़ से कुछ लोग कहेंगे कि ये मामूल की मश्क़ है, जबकि कुछ लोग कहेंगे कि ये मश्क़ नहीं है बल्कि फ़ौज कुछ और करना चाहती है।

अब आप इस ब्यान को लेकर एक स्टोरी बनाएंगे। आप में से ऐसे कई अफ़राद हैं जो इन दिनों मुख़्तलिफ़ नापाक मक़ासिद के साथ कहानियां घढना चाहते हैं। चहारशंबा को शाय होने वाली रिपोर्ट से पहले ही हुकूमत को परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन जुमेरात के दिन फ़ौजी सरबराह ने इस रिपोर्ट को क़तई अहमक़ाना क़रार दिया । 13 मार्च को दिए गए इंटरव्यू में फ़ौजी सरबराह ने इशारा दिया था कि वो बख़ूबी वाक़िफ़ हैं कि बाअज़ ( कुछ) अफ़राद उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

मैं नहीं जानता कि इनका क्या मक़सद है। आप इन (सहाफ़ीयों) से कुछ मज़े की बातें कहें। वो लोग सफ़ाह-ए-अव्वल पर ब्यान शाय करेंगे। इसके बाद ये कोई नहीं देखेगा कि आया ये सच है या नहीं। ऐसी बातें पहले ही कही जा चुकी हैं। अपनी ख़ामोशी तोड़ते हुए फ़ौजी सरबराह जनरल वी के सिंह ने वस्त जनवरी में दिल्ली की सिम्त दो आर्मी यूनिट्स की ख़िलाफ़ मामूल पेशक़दमी के बारे में रिपोर्ट को बिलकुल्लिया अहमक़ाना क़रार दे कर मुस्तर्द करते हुए कहा कि हुकूमत और आर्मी पर कीचड़ उछालने की गै़रज़रूरी कोशिशें की जा रही हैं।

यहां सहि रोज़ा दौरे पर आए जनरल सिंह ने कहा कि ऐसी रिपोर्टस से पता चलता है कि लोग गै़रज़रूरी तौर पर कोशिश कर रहे हैं कि हुकूमत और फ़ौज को बदनाम किया जाय और उनसे निमटने की ज़रूरत है। ये बिलकुल्लिया अहमक़ाना (रिपोर्ट) है । नई दिल्ली में कल वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह और दिफ़ाई इंतिज़ामीया ने इस रिपोर्ट को तशवीशनाक और बिलकुल्लिया बेबुनियाद क़रार देते हुए मुस्तर्द कर दिया था।