मुंकीपल कॉर्पोरेशन का इंतिख़ाब अप्रैल-मई में हो सकता है। इंतिख़ाब की आहट ने पार्षदों को रेस कर दिया है। उनकी सरगर्मीयां अचानक तेज हो गई हैं। तरक़्क़ी मंसूबाओं की रकम खत्म करने के लिए पार्षद कॉर्पोरेशन का चक्कर लगा रहे हैं और बिजली, पानी समेत दीगर मुद्दों पर मोर्चा खोल रहे हैं।
मंगल को बिजली व पानी के बोहरान को लेकर बेकारबांध में हुई बैठक में पार्षदों ने बिजली के लिए बिजली महकमा और पानी के बोहरान के लिए पीने के पानी और साफ सफाई महकमा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि अवाम जब बिजली-पानी का टैक्स देती है तो उन्हें परेशानी का सामना क्यों करना पड़ रहा है। गौर ओ खौश के बाद इस मसला को लेकर दस जनवरी को रणधीर वर्मा चौक पर धरना देने का फैसला किया गया जहां डीवीसी के चेयरमैन, बिजली जीएम और पीने के पानी के महकमा के इंजीनियर का पुतला फूंका जाएगा। इसके अलावा कॉर्पोरेशन में तरक़्क़ी काम की बची रकम को खर्च करने पर जोर दिया गया। इस मुद्दे को लेकर कॉर्पोरेशन में जोरदार तहरीक किया जाएगा। मौके पर पार्षद अशोक पाल, निर्मल मुखर्जी, महेश पासवान, रंजीत कुमार, कृष्णा अग्रवाल, इम्तियाज खान, लक्ष्मी देवी, अशोक यादव, प्रफुल्ल मंडल, गणपत महतो, प्रियरंजन, बबीता अग्रवाल, मदन महतो, सहदेव यादव मौजूद थे।
करोड़ों के टेंडर पर दावं
मुंकीपल कॉर्पोरेशन में गुजिशता व मौजूदा फायनेंस साल के तहत शहरी सहूलत और खुशसी मंसूबा के तहत करोड़ों की रकम बची हुई है। कॉर्पोरेशन आठ दस दिन में सड़क, नाली, इजतेमाई इमारत, पार्क वगैरह का टेंडर निकाल सकता है। मंसूबा 15 करोड़ से ज़्यादा की होंगी। ज़राये के मुताबिक वार्ड सतह पर 25-30 लाख रुपया खर्च किया जा सकता है। पार्षद इसे मुंकीपल कॉर्पोरेशन में जरूर भुनाना चाहेंगे।