मुंबई की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी बनी दुल्हन

मुंबई: लाल और सुनहरी साड़ी में सजी हर्षा छावड़ा एक मामुली सी नई नवेली दुल्हन जैसी नजर आ रही थी. जोगेश्वरी जैन मंदिर में जमा 200 मेहमानों में से शायद ही किसी को मालूम था कि यह एक दुल्हन के लिबास में खड़ी हर्षा कोई और नहीं बल्कि मुंबई की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी है.

हर्षा की शादी जुमेरात के रोज़ जैन रिती रिवाज़ो से शुरू हुई. 6 अगस्त, 1986 को पैदा हुई हर्षा थोड़े दिनो तक मुल्क की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी मानी जाती रही. लेकिन कोलकाता में आईवीएफ के जरिए 1984 में पैदा हुई कृति पारेख के दावे के बाद हर्षा मुंबई की ऐसी पहली बच्ची बनी.

दूसरी तरफ दुनिया की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी लुइस ब्राउन ने भी 2004 में अपना घर बसा लिया है. लुइस उस वक़्त 26 साल की थी और 25 जुलाई 1978 को जब वह पैदा हुई थी तो पूरी दूनिया के अखबारों में उसकी खबर छपी थी. उसके मां-बाप का नाम जॉन और लेस्ली है. इन्होंने फर्टिलिटी कैंप अटेंड किया था और पहली बार Artificial insemination से यह बच्ची हुई थी.

लुइस ने 33 साल के अपने दोस्त वेस्ले मुलेंडर से शादी की है लुइस ने कहा था यह एक खाब के पूरा होने की तरह है. अब हम बच्चा भी पैदा करेंगे. इस तरह मैं आर्टिफिश्यल लड़की होकर मां बन जाऊंगी , यह भी दुनिया की तारीख में एक अजूबा ही होगा. यह साबित भी करेगा कि टेस्ट ट्यूब से पैदा हुए बच्चे एकदम अमूमी होते हैं.

वैसे , अब तक तकरीबन दस लाख बच्चे Artificial insemination से पैदा हो चुके हैं. इनमें लुइस की बहन नतालिए भी है जो इस वक्त 20 साल की हो चुकी है.