मुंबई की फ़ोटो जर्नलिस्ट की इजतिमाई इस्मत रेज़ि पर राज्य सभा में हंगामा

बे रहमाना और सदमा अंगेज़ इजतिमाई इस्मत रेज़ि का वाक़िया जो मुंबई में एक 23 साला फ़ोटो जर्नलिस्ट के साथ पेश आया, राज्य सभा में भी बेहस का मौज़ू ब‌न गया। बरहम अरकान ने ख़वातीन पर बढ़ते हुए मज़ालिम पर शदीद फ़िक्रमंदी ज़ाहिर की। हुकूमत ने तायक़ून दिया कि ख़ातियों के ख़िलाफ़ सख़्त तरीन कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस और बी जे पी के अरकान 10 मिनट तक इस मसले पर बाहम उलझ गए जबकि बरसर-ए-इक्तदार अरकान-ए‍पार्लियामेंट ने इल्ज़ाम आइद किया कि बी जे पी ज़ेर इक़तेदार मध्यप्रदेश में इस्मत रेज़ि के वाक़ियात आज़म तरीन हैं और मुंबई के वाक़िये को सियासी रंग ना दिया जाये।

इस पर अपोज़िशन पार्टीयों के अरकान खड़े होकर इस्मत रेज़ि के वाक़िये को सियासत से मरबूत करने पर कांग्रेस की मज़म्मत करने लगे। क़ब्लअज़ीं वक़फ़ा सिफ़र के दौरान ये मसला स्म्रती ज़बीन ईरानी (बी जे पी) ने उठाते हुए जानना चाहा था कि ऐसे वाक़ियात के इआदा को रोकने के लिए कौनसे इक़दामात किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बार बार यक़ीन दहानी के बावजूद कि नज़म-ओ-ज़बत की सूरत-ए-हाल बेहतर बनाई जा रही है, ऐसा वाक़िया पेश आया।

वो जानना चाहती थीं कि मुंबई पुलिस किस किस्म की सयानत फ़राहम कररही है। मुबय्यना तौर पर मुंबई पुलिस वहां की तमाम गै़रक़ानूनी हरकात से वाक़िफ़ है। उन्होंने कहा कि सिर्फ़ चार दिन पहले मुंबई में एक ग़ैर मुल्की ख़ातून सय्याह पर ब्लेड से हमला किया गया था और बांद्रा में तेज़ाब फेंकने का वाक़िया पेश आया था। मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए दाख़िला आर पी एन सिंह ने इस वाक़िया को इंतिहाई बद बख्ता ना और उल-मनाक क़रार देते हुए कहा कि रियास्ती हुकूमत से तफ़सीली रिपोर्ट तल्ब की गई है और ख़ातियों को सख़्त तरीन सज़ा यक़ीनी बनाने की हिदायत दी गई है।

कांग्रेस की रुकन विजय‌ लक्ष्मी साधू ने स्म्रती ईरानी पर जवाबी वार करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में जराइम की सूरत-ए-हाल बहुत ख़राब है और जराइम के एतबार से मध्य प्रदेश सर-ए-फ़हरिस्त है। इस पर बी जे पी अरकान ने सख़्त एतराज़ किया और 10 मिनट तक बी जे पी और कांग्रेस अरकान के दरमियान तकरार जारी रही। शोर-ओ-गुल के दौरान नायाब सदर नशीन पी जे कोरियन ने अरकान से अपील की कि घिनौने जराइम को सियासी रंग ना दिया जाये और अगर कोई मालूमात हासिल हूँ तो हुकूमत को उन से वाक़िफ़ करवाया जाये।

सियासी क़ाइदीन ने सियासी वाबस्तगी से बालातर होकर फ़ोटो जर्नलिस्ट की इजतिमाई इस्मत रेज़ि की मज़म्मत की। मर्कज़ी वज़ीर बराए मुवासलात‍ओ‍इत्तेलाआती टेक्नोलोजी कपिल सिब्बल ने पार्लियामेंट के बाहर प्रेस कान्फ़्रैंस में कहा कि हम ख़वातीन और बच्चों के अदम तहफ़्फ़ुज़ को बर्दाश्त नहीं कर सकते। ख़वातीन पर ऐसे हमलों से सख़्त तरीन अंदाज़ में निमटा जाना चाहीए। स्पीकर मीराकुमार ने कहा कि चंद दिन पहले एक नई क़ानूनसाज़ी की तजवीज़ पेश की गई थी । उन्होंने उमीद ज़ाहिर की कि मौजूदा वाक़िये के बाद इस पर अमल आवरी की जाएगी। बी जे पी क़ाइद नजमा ह्ब्बत अल्लाह ने भी वाक़िये की मज़म्मत की।