मुंबई तशद्दुद के इल्ज़ाम में 20 से ज़्यादा गिरफ्तारियां , हालात बहाल

रज़ा एकेडेमी की अपील पर आसाम तशद्दुद के ख़िलाफ़ एहतिजाज के पर तशद्दुद होने से मुंबई की सूरत-ए-हाल कशीदा , इश्तिआल अंगेज़ तक़ारीर की तहक़ीक़ात
यहां आज़ाद मैदान में कल के तशद्दुद के सिलसिले में 23 अफ़राद को गिरफ़्तार किया गया है और उन पर बलवा, चोरी और सरकारी इमलाक की तबाहकारी के इल्ज़ामात आइद किए गए हैं। ये बात आज पुलिस ने बताई।पुलिस ने बताया कि आज़ाद मैदान में धरना मुज़ाहिरे के दौरान बलवा पर उतरे हुए हुजूम ने एक ख़ातून कांस्टेबल से तीन बंदूक़ें छीन ली थीं। शुमाल मशरिक़ी रियासत आसाम में और पड़ोसी मुलक मियांमार में मुस्लमानों पर मुबय्यना हमलों के ख़िलाफ़ एहतिजाज के लिए शहर की कई मुस्लिम तंज़ीमों के ज़ेर-ए-एहतिमाम मुनाक़िदा रैली अचानक मुश्तइल होकर तशद्दुद पर उतर आई थी जिस के दौरान दो अफ़राद हलाक हुए हैं और चालीस से ज़ाइद ज़ख़मी।

पी टी आई की इत्तिला के बमूजब मुंबई की सूरत-ए-हाल बतदरीज मामूल पर बहाल होती जा रही है । ज़बरदस्त पुलिस बंद-ओ-बस्त किया गया है। कल से किसी नाख़ुशगवार वाक़िया की इत्तिला नहीं मिली। आज़ाद मैदान के क़रीब भी पुलिस की ज़बरदस्त जमईयत ताय्युनात है। पुलिस ने इल्ज़ाम आइद किया है कि कल के तशद्दुद में जो अफ़राद मुलव्वस थे , उन की तादाद 20 से ज़्यादा थी जिन्हें क़ानून-ए-ताज़ीरात हिंद की मुख़्तलिफ़ दफ़आत के तहत गिरफ़्तार करलिए गए हैं।

जिन दफ़आत के तहत उन की गिरफ़्तारी अमल में आई है इस में बदसुलूकी और सरका के इल्ज़ामात भी शामिल हैं। पुलिस के बमूजब तशद्दुद के दौरान हुजूम में दो ख़ुद कार राइफ़लें और एक पिस्तौल एक ख़ातून पुलिस मुलाज़िम से छीन लिए थे। कल के तशद्दुद में दो अफ़राद हलाक और कम अज़ कम 55 अफ़राद बिशमोल 45 मुलाज़मीन पुलिस गड़बड़ में ज़ख़मी होगए थे। कल रज़ा एकेडेमी की जानिब से जो आसाम फ़सादाद की मुज़म्मत करने के लिए एहतिजाज अपील करनेवाली तंज़ीम है, बड़े पैमाने पर एहतिजाज मुज़ाहरा किया गया था जो बाद में पुरतशदुद होगया।

दो अफ़राद हलाक होगए और दीगर 55 ज़ख़मी होगए। एक सयासी तंज़ीम साबिक़ पुलिस ओहदेदार शमशीर ख़ान पठान ने क़ायम की है, इस ने भी कल के एहतिजाज में हिस्सा लिया था। पुलिस के बमूजब क्राईम ब्रांच इश्तिआल अंगेज़ तक़ारीर के बारे में तहक़ीक़ात करेगी और आज़ाद मैदान में रज़ा एकेडेमी और दीगर तंज़ीमों के क़ाइदीन की जानिब से की जाने वाली इश्तिआल अंगेज़ तक़रीरों के मतन का जायज़ा लेगी ताकि ये तख़मीना किया जा सके कि इस एहितजाजी मुज़ाहरा के पर तशद्दुद होजाने के पसेपर्दा उन की इश्तिआल अंगेज़ी का हिस्सा तो नहीं था।

आज़ाद मैदान में एहितजाजी मुज़ाहिरे और जलसा और जलूस से पहले अवाम की दाख़िले के वक़्त चैकिंग करते हुए एहतियाती इक़दाम के तौर पर गुंडा अनासिर को रोक दिया गया था। इस के बावजूद गुंडा गर्दी के वाक़ियात पेश आए। हुकूमत जानना चाहती है कि ये तशद्दुद कहीं मंसूबा बंद तो नहीं था।