2008 मुंबई दहशतगर्द हमलों के दो अहम गवाहों जिन में इलेक्ट्रॉरल ओहदेदार जिस ने 10दहशतगरदों में से एक की रिश्तेदार का नाम भी बताया है इनका आज पाकिस्तानी मुख़ालिफ़ दहशतगर्द अदालत में जिरह किया गया।
ओकारा ज़िला के इलेक्ट्रॉरल ओहदेदार जावेद के हमराह मुज़फ़्फ़राबाद के मुस्लिम कमर्शियल बैंक के मैनेजर का आज वकील इस्तिग़ासा की जानिब से लश्करे तैबा के कमांडर ज़की अलरहमन लकवे के मुक़द्दमे में उनसे पूछताछ हुई। अवामी वकील चौधरी मुहम्मद अज़हर ने ख़बररसां एजैंसी पी टी आई को इस ज़िमन में तफ़सीलात बताते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉरल ओहदेदार जिन्होंने वोटर फ़हरिस्त फ़राहम की थी जिस में मुंबई दहशतगर्द हमलों में मुलव्वस पाए जाने वाले 9अफ़राद में से एक का रिश्तेदार भी मौजूद है इन का पाकिस्तान से ताल्लुक़ बताया गया है जब कि मुज़फ़्फ़राबाद के बैंक मैनेजर जिनकी शाख़ से मालिया कराची के पाँच मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर मुंतक़िल किया गया था।
जब उनसे इस रिश्तेदार के नाम की तफ़सीलात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें मज़ीद चंद दस्तावेज़ात की ज़रूरत है ताकि वो उस शख़्स के नाम का अफ़शा-ए-करे। ज़राए ने पी टी आई को मज़ीद कहा कि ई सी पी रुकन ने अदालत से कहा कि वो मुंबई में दाख़िल होने वाले 10दहशतगरदों की दीगर तफ़सीलात जिस में उनके वालदैन का नाम भी शामिल हैं उसकी इत्तेला दी।
नए मुंतख़ब वकील इस्तिग़ासा राजा रिज़वान अब्बासी ने इन गवाहों से जिरह किया। ओकारा ज़िला से ताल्लुक़ रखने वाले अजमल क़साब जो कि मुंबई दहशतगर्द हमलों में ज़िंदा बचने वाला वाहिद दहशतगर्द था जिसे फांसी की सज़ा दी गई। लश्करे तैबा से ताल्लुक़ रखने वाला 22साला जावेद उर्फ़ अब्बू अली के इलावा 23साला फ़हदुल्लाह का भी ताल्लुक़ ओकारा से बताया जाता है। इस मुक़द्दमे की 8जनवरी को अगली सुनवाई है।