बीएमसी ने मुस्लिम तह्जीब से जुसे उर्दू कल्चरल सेंटर को बंद करने का फैसला किया है इस सेंटर में उर्दू को सिखाने का कोर्स चलाया जाता था भेंडी बाज़ार में इस स्कूल को 1999 में शुरू किया गया था यहाँ पे उर्दू के साथ इंग्लिश भी सिखाई जाती थी .
उर्दू कल्चरल सेंटर को चलाने वाली एनजीओं के डायरेक्टर जुबेर आज़मी ने बीएमसी के इस फैसले पे हैरानी जताई है उनका कहना है कि सेंटर को नॉन एजुकेशनल बता के कारपोरेशन ने बंद करने का निर्देश दिया है अगर उर्दू और इंग्लिश को सिखाना एजुकेशनल नही है तो फिर क्या एजुकेशनल है ?
एनजीओं के वकील असीम खान का कहना है चुकी सेंटर के नाम के आगे उर्दू लगा है शायद इसी लियें बीएमसी ने ऐसा फैसला किया है उन्होंने कहा है वो हर मुमकिन कोशिश करके उर्दू कल्चरल सेंटर को दुबारा खुलवाने की कोशिश करेंगे .