मुंबई में दफ़न होने दाउद इबराहीम की ख़ाहिश

नई दिल्ली 11 नवंबर ( एजैंसीज़ ) अपने सिंडीकेट के ज़रीया दहश्त फैलाने और इंसाफ़ के कटहरे से मुसलसल बचने के बाद अब ऐसा लगता है कि दाउद इबराहीम अपनी हिंदूस्तानी शनाख़्त का एहसास कर रहा है । एक रिपोर्ट के बमूजब दाॶद इबराहीम अब शदीद बीमार है ।

गुज़शता दो साल में दो मर्तबा इस के क़लब पर शदीद हमले होचुके हैं और इस का एहसास है कि अब इस के दिन गिने चुने रह गए हैं। 56 साला दाउद की सेहत पर डॉक्टर्स की एक टीम और इस के अफ़राद ख़ानदान मुसलसल नज़र रखे हुए हैं ।

ताहम रिपोर्ट के बमूजब दाउद इबराहीम अपने आख़िरी वक़्त की मंसूबा बंदी का आग़ाज़ करचुका है । इस ने अपने अफ़राद को हिदायत दी है कि शहर मुंबई या रत्ना गेरी ज़िला में इस के आबाई टाउन खेड़ में इस की क़ब्र केलिए कोई मुनासिब जगह देखी जाय । मुंबई क्राईम ब्रांच भी हिंदूस्तान में दफ़न होने दाउद की ख़ाहिश से वाक़िफ़ है । क्राईम ब्रांच के सरबराह हेमा नशो राय का ये कहते हुए हवाला दिया गया है इस सिलसिला में उन्हें काबिल-ए-भरोसा इत्तिलाआत मिली हैं।

इत्तिफ़ाक़ की बात है कि दाउद इबराहीम ने एक साल क़बल अपने क़लब पर हमला के बाद अपनी छोटी लड़की की शादी की तारीख़ में आगे बढ़ा दी है । इस की बड़ी बेटी साबिक़ पाकिस्तान क्रिकेटर जावेद मीयांदाद के फ़र्ज़ंद के साथ ब्याही गई है ।

समझा जाता है कि कराची के मुज़ाफ़ात में दाउद इबराहीम आई ऐस आई की हिफ़ाज़त में है । वो 1993 में मुंबई सिलसिला वार बम धमाकों के बाद कराची फ़रार होगया था । दाउद इबराहीम हिंदूस्तान में शिद्दत से मतलूब है और अमरीका ने भी उसे दहश्तगर्द क़रार दिया है । समझा जाता है कि इस ने मुंबई हमला के मुल्ज़िमीन को भी मदद फ़राहम की है ।

पाकिस्तान कराची में दाउद की मौजूदगी की तरदीद करता रहा है ।