कांग्रेस तरजुमान राज बब्बर ने कहा कि आज भी मुंबई में भर पेट 12 रुपये में करना मुम्किन है जिसे भाजपा ने मजहेका खेज करार दिया। बब्बर ने एआईसीसी ब्रीफिंग में सवालों के जवाब में यह बात समझाने की कोशिश करते हुए कही कि कीमतों में इजाफे के बावजूद गरीबी घटी है।
कांग्रेस तरजुमान से गरीबी तै करने के लिए इखराजात की हद के चंद कटआफ के बारे में भी पूछा गया था और यह भी पूछा गया था कि कैसे कोई गरीब 28 रुपये या 32 रुपये के फी दिन खर्च पर दो वक्त पूरा भोजन करने में काबिल हो सकते हैं।
बब्बर ने कहा, ‘लोगों को दिन में दो वक्त पूरा खाना मिलना चाहिए। वे कैसे हासिल कर सकते हैं, यह एक बहुत अच्छा सवाल है जिसे आपने पूछा है। आज भी मुंबई शहर में मैं 12 रुपये में पूरा भोजन पा सकता हूं। नहीं नहीं, बड़ा पाव नहीं। ढेर सारा चावल, दाल, सांभर और कुछ सब्जियां भी मिली हैं।’ बब्बर ने इसके साथ ही कहा कि वह यह नहीं कह रहे हैं कि यह अच्छा है।
एक टीवी शो में राज बब्बर की इस टिप्पणी का मजाक उड़ाते हुए भाजपा की टीवी पैनलिस्ट ललिता के. मंगलम ने कहा कि कांग्रेस तरजुमान की यह बात हंसने लायक है। सब्जियों खासकर टमाटर की बढ़ती कीमतों के बारे में एक सवाल पर बब्बर ने कहा, ‘अगर आप टमाटर से गरीबी का आंकलन करेंगे तो यह मुश्किल होगा। शहरों में आप टमाटर नहीं खाएं, लेकिन गांवों में गरीब लोग टमाटर तोड़ते हैं और खाते हैं। मुझे बताएं कि क्या वह अमीर हैं या गरीब। बहरहाल, उन्होंने वाजह किया कि वह ‘गरीबी की तारीफ नहीं दे रहे हैं।’